नौकायन
अभिलाष टॉमी प्रतिष्ठित ‘गोल्डन ग्लोब रेस’ पूरी करने वाले पहले भारतीय और एशियाई बने
अभिलाष टॉमी की नाव बायनाट 236 दिन, 14 घंटे, 46 मिनट, 34 सेकंड की यात्रा के बाद फ्रांस के तट पर पहुंची
नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी कमांडर अभिलाष टॉमी प्रतिष्ठित ‘गोल्डन ग्लोब रेस’ पूरी करने वाले पहले भारतीय और एशियाई बन गए हैं। अभिलाष टॉमी ने शनिवार को गोल्डन ग्लोब (जीजीआर) की दौड़ में दूसरा स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया। अभिलाष टॉमी की नाव बायनाट 236 दिन, 14 घंटे, 46 मिनट, 34 सेकंड की यात्रा के बाद शनिवार, 29 अप्रैल को भारतीय समयानुसार सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर फ्रांस के तट पर पहुंची।
दक्षिण अफ्रीका के 40 वर्षीय नाविक कर्स्टन नेउसचफर, जो गुरुवार की रात पहले स्थान पर रहे, का आयोजकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
कार्यक्रम आयोजनकर्ता ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर घोषणा की, “जीजीआर2022 में भारत के अभिलाष टॉमी ने दुनियाभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया।”
यह ‘एकल नौकायन रेस’ चार सितंबर, 2022 को 16 प्रतिभागियों के साथ फ्रांस में लेस सेबल्स-डी,ओलोन में शुरू हुई थी जो दुनिया की सबसे लंबी और धीमी दौड़ है। दौड़ के आखिरी तक केवल तीन प्रतिभागी शेष रहे क्योंकि अन्य तकनीकी विफलताओं या दुर्घटनाओं के कारण बीच में ही सेवानिवृत्त हो गए।
अभिलाष, जिन्होंने 2018 में पिछले संस्करण में भी भाग लिया था, को हिंद महासागर में उबड़-खाबड़ समुद्र में चोटिल होने के बाद बीच में ही रिटायर होना पड़ा था। वह घायल होकर तीन दिनों तक समुद्र में फंसे रहे थे जब तक कि एक खोजी वायुयान ने उन्हें नहीं उठा लिया। 2018 सीज़न में 18 प्रतिभागी थे लेकिन उनमें से केवल पांच ही दौड़ पूरी कर सके।