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बैडमिंटन

साइना को मेरी अकादमी छोड़ने के लिए प्रकाश पादुकोण ने उकसाया- पुलैला गोपीचंद

साइना को मेरी अकादमी छोड़ने के लिए प्रकाश पादुकोण ने उकसाया- पुलैला गोपीचंद
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Ankit Pasbola

Updated: 17 April 2022 7:51 PM GMT

पुलैला गोपीचंद बैडमिंटन जगत में चर्चित नाम हैं। पूर्व भारतीय शटलर गोपीचंद वर्तमान में कोच की भूमिका निभा रहे हैं और इसमें सफल भी हुए है। पीवी सिंधु और साइना नेहवाल जैसे नामों को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिग्गज साइना साल 2014 में गोपीचंद की बैडमिंटन अकादमी छोड़कर प्रकाश पादुकोण की अकादमी से जुड़ गई थी। पीटीआई के अनुसार इस बात से गोपीचंद काफी दुखी थे, उन्होंने अपनी किताब 'ड्रीम्स ऑफ ए बिलियन :इंडिया एंड द ओलिंपिक गेम्स' में यह खुलासा किया है।

पूर्व ऑल इंग्लैंड चैम्पियन और राष्ट्रीय कोच गोपीचंद ने पीटीआई को बताया की इसमें मुश्किल समय का भी जिक्र किया। उन्होंने अपनी किताब के 'बिटर राइवलरी' टाइटल वाले पन्ने में खुलासा किया कि जब साइना ने 2014 विश्व चैम्पियनशिप के बाद बेंगलुरू में पादुकोण की अकादमी से जुड़ने और विमल कुमार के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग करने का फैसला किया था तो वह कितने दुखी हुए थे। उन्होंने किताब में कहा है कि यह सब साइना ने प्रकाश पादुकोण के कहने पर किया था, जबकि वह प्रकाश सर को अपना आदर्श मानते हैं।

किताब में उनके सह लेखक खेल इतिहासकार बोरिया मजूमदार और सीनियर पत्रकार नलिन मेहता हैं। इसमें गोपीचंद ने खुलासा किया, "यह कुछ इस तरह का था कि मेरे किसी करीबी को मुझसे दूर कर दिया गया हो। पहले मैंने साइना से नहीं जाने की मिन्नत की। लेकिन तब तक वह किसी अन्य के प्रभाव में आ चुकी थी और अपना मन बना चुकी थी। जबकि मैं उसे रोककर उसकी प्रगति नहीं रोकना चाहता था, मैं जानता था कि यह हमारे में से किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं होता।"

उस समय ऐसा माना जा रहा था कि गोपीचंद ज्यादा ध्यान पीवी सिंधू पर लगा रहे थे। इसको लेकर गोपीचंद ने कहा,"हां, मेरे पास देखरेख के लिए अन्य खिलाड़ी भी थे और सिंधू ने 2012 और 2014 के बीच दो वर्षों में काफी प्रगति की थी। लेकिन मेरी इच्छा कभी भी साइना की अनदेखी करने की नहीं थी। शायद यह बात मैं उसे समझा नहीं सका।"

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