पैरा खेल
श्रीहर्ष देवरेड्डी ने देश के लिए जीता पैरा निशानेबाजी विश्व कप में दूसरा स्वर्ण पदक, पेरिस पैरालंपिक के लिए भी किया क्वालीफाई
वे पेरिस पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले दूसरे भारतीय पैरा निशानेबाज बने
फ्रांस के चेटियारो में चल रहे पैरा निशानेबाजी विश्व कप में बुधवार को भारत को दूसरा स्वर्ण पदक मिल गया। यह पदक भारत के पैरा निशानेबाज श्रीहर्ष देवाराडी रामाकृष्णा ने भारत को दिलाया। उन्होंने विश्व कप में मिश्रित 10 मीटर एयर राइफल एसएच2 स्पर्धा में देश के लिए स्वर्ण पदक जीता। रामकृष्णा ने स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही पेरिस पैरालंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई भी किया। वे पेरिस पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले दूसरे भारतीय पैरा निशानेबाज बने। रामाकृष्णा ने फाइनल में 253.1 अंक के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। स्लोवेनिया के फ्रांसेक टिरसेक (252.6) ने रजत जबकि टेंगाय डि ला फोरेस्ट (230.3) ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
यह भारत के लिए पैरा निशानेबाजी में दूसरा स्वर्ण पदक है। भारत के लिए विश्व कप में पहला स्वर्ण पदक अवनि लेखरा ने जीता था। उन्होंने महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 स्पर्धा में 250.6 अंक के साथ वर्ल्ड रिकार्ड कायम कर स्वर्ण पदक जीता था। इसी के साथ वें पेरिस पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बनी थी। अवनि ने मैच के बाद भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) से कहा, ''यह प्रतियोगिता मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह टोक्यों खेलों के बाद पहला टूर्नामेंट है। इस टूर्नामेंट से मुझे यह समझने में मदद मिलेगी कि मैंने उन विभिन्न पहलुओं पर कितनी प्रगति की है, जिन पर मैं काम कर रही थी।''
टोक्यों 2020 पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली अवनी ने कहा, ''इस साल मेरा लक्ष्य लगातार अपने खेल का विश्लेषण और जरूरी सुधार करना है। मेरा लक्ष्य है कि मैं ऐसी निशानेबाज बनूं जिसके प्रदर्शन में निरंतरता हो और उम्मीद करती हूं कि इस दौरान पदक भी जीतूंगी।'' अविन ने नए उपकरणों को लेकर कहा कि यह मेरे नए उपकरणों के साथ मेरी पहली प्रतियोगिता थी और इससे मुझे अपने खेल का आकलन करने में मदद मिलेगी और मैं जान पाऊंगी कि मुझे आगे क्या बदलाव करने की जरूरत है।''