पैरा खेल
पैरा-ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया को डी-लिट् की उपाधि से किया गया सम्मानित
किसी राजकीय विश्वविद्यालय से मानद उपाधि प्राप्त करने वाले देवेंद्र झाझरिया राजस्थान के पहले खिलाड़ी हैं।
भारतीय पैरा ओलंपिक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। स्वर्ण पदक विजेता और पद्मभूषण हासिल कर चुके देवेंद्र झाझरिया को उदयपुर स्थित मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 30वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र ने डी-लिट् की उपाधि प्रदान की। खास बात है कि किसी राजकीय विश्वविद्यालय से मानद उपाधि प्राप्त करने वाले देवेंद्र झाझरिया राजस्थान के पहले खिलाड़ी हैं।
उपाधि से सम्मानित होने के बाद झाझरिया ने कहा, "जब भी कोई उपाधि या पुरस्कार मिलता है तो देश के प्रति मेरी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। यह उपाधि मेरे खेल कौशल को मान्यता देने वाली है। यह और भी खुशी की बात है कि मुझे यह सम्मान महाराणा प्रताप की जन्मभूमि पर मिला है।"
गौरतलब है कि पैरा-एथलीट देवेंद्र झाझरिया को एक हादसे में एक हाथ गंवाना पड़ा था। इसपर उन्होंने कहा, "जीवन में मैंने सीखा है कि जब हमारे सामने कोई चुनौती होती है तो आप सफलता प्राप्त करने के करीब होते हैं। मुझसे कहा गया था कि मुझे पढ़ाई करनी चाहिए और खेल में मेरे लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन मैंने इसे एक चुनौती के रूप में लिया।"
देवेंद्र झाझरिया के करियर की बात करें तो झाझरिया जेवेलिन थ्रोवर पैरा-एथलीट हैं। वह 2004 और रियो 2016 पैराओलिंपिक में स्वर्ण पदक हासिल कर चुके है, इसके अलावा टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया था।
बता दें खेल में उनके योगदान के लिए झाझरिया को 2022 में पद्म भूषण, 2012 में पदमश्री, 2017 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और 2005 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।