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किक बॉक्सिंग के दौरान पंच लगने पर खिलाड़ी को लगी गम्भीर चोट, तीन दिन कोमा में रहने के बाद हुई मौत
निखिल के पिता और कोच ने टूर्नामेंट आयोजकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है
कुश्ती, मुक्केबाजी कुछ ऐसे खेल है जो देखने में जितने रोमांचक होते है उतने ही खतरे से भी भरे होते हैं। अगर इन्हें सावधानी से ना खेला जाए तो जानलेवा भी साबित हो सकते हैं। ऐसी ही घटना बेंगलुरु में देखने को मिली, जहां किक बॉक्सिंग के दौरान चोट लगने के कारण एक खिलाड़ी की मौत हो गईं।
दरसल, स्टेट लेवल किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट के एक मुकाबले में नवीन और निखिल नाम के दो खिलाड़ी आपस मे भिड़ रहे थे, खेल के दौरान नवीन के एक पंच से निखिल जमीन पर गिर पड़ा। काफी कोशिशों के बाद जब निखिल नहीं उठा तो उसे अस्पताल ले जाया गया जहां तीन दिन कोमा में रहने के बाद उसकी मौत हो गई।
अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक निखिल को गले में गहरी चोट लगने के कारण काफी इंटरनल ब्लीडिंग हुई। जिस वजह से वह कोमा में चले गए। डॉक्टरों ने तीन दिन काफी प्रयास किया लेकिन निखिल को नहीं बचा पाए।
निखिल के पिता और कोच ने टूर्नामेंट आयोजकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में एंबुलेंस और एक्सपर्ट मेडिकल फैसिलिटी नहीं थी, जो कि मार्शल आर्ट टूर्नामेंट के लिए बेहद जरूरी हैं। समय पर इलाज मिलता तो निखिल की जान बच सकती थी।
फिलहाल बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने खेल आयोजक और आरोपी खिलाड़ी नवीन दोनों पर आईपीसी की धारा 304-ए के तहत लापरवाही से हत्या का मामला दर्ज किया हैं।
बता दें कि 23 साल का तेज तर्रार बॉक्सर निखिल मैसुरु, कर्नाटक का रहने वाला था। निखिल के पिता भी कराटे खिलाड़ी रह चुके हैं।