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राष्ट्रीय खेल

National Games 2022: लवलीना, जैस्मीन, शिवा और हुसामुद्दीन राष्ट्रीय खेलों में मुक्केबाजी के लिए तैयार

लवलीना बोरगोहेन की राष्ट्रीय खेलों में अंतिम मिनट की प्रविष्टि बुधवार से मुक्केबाजी रिंग में प्रतिस्पर्धा को तेज करेगी

National Games 2022: लवलीना, जैस्मीन, शिवा और हुसामुद्दीन राष्ट्रीय खेलों में मुक्केबाजी के लिए तैयार
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The Bridge Desk

Updated: 4 Oct 2022 4:45 PM GMT

टोक्यो ओलम्पिक खेलों की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन की 36वें राष्ट्रीय खेलों में अंतिम मिनट की प्रविष्टि बुधवार से यहां महात्मा मंदिर में मुक्केबाजी रिंग में प्रतिस्पर्धा को तेज करेगी।

एशियन चैम्पियनशिप के लिए चयन ट्रायल के दौरान अपनी नाक में मामूली चोट लगने के कारण लवलीना ने पहले संकेत दिया था कि वह खेलों में प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगी।

इस साल की शुरुआत में विश्व चैम्पियनशिप में खराब प्रदर्शन और फिर उसके बाद बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों से प्री-क्वार्टर फाइनल में बाहर हो जाने जैसी वजहों ने लंबे कद की असमिया मुक्केबाज की क्षमता के साथ न्याय नहीं किया।

इस प्रकार, राष्ट्रीय खेल दो बार की विश्व चैम्पियनशिप 69 किग्रा कांस्य पदक विजेता को 30 अक्टूबर से अम्मान, जॉर्डन में शुरू होने वाली महाद्वीपीय मीट से पहले खुद का आकलन करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान कर सकते हैं।

बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव हेमंत कुमार कलिता ने बताया कि फेडरेशन ने आयोजन समिति से प्रवेश में बदलाव की अनुमति देने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा, "शुरुआत में डॉक्टरों ने लवलीना को तीन सप्ताह के आराम की सलाह दी, लेकिन वह नेशनल गेम्स में भाग लेना चाहती थी। उसे एक नोज कैप भी दी गई थी।"

श्री कलिता ने कहा, "तदनुसार, असम एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन ने लवलीना को उनकी स्थानापन्न भाग्यबती कचारी के स्थान पर फिर से बहाल करने का अनुरोध किया।" उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि लवलीना अवसर का पूरा उपयोग करेगी और एशियन चैम्पियनशिप से पहले शेम में वापस आ जाएगी।"

लवलीना (75 किग्रा) के साथ ही हरियाणा के भिवानी की बॉक्सिंग नर्सरी की 21 वर्षीय जैस्मिन लाम्बोरिया पर भी सभी की निगाहें होंगी। जैस्मिन ने हाल ही में राष्ट्रमंडल खेलों में अपने 60 किग्रा कांस्य पदक जीता था और इसके बाद खेल कोटा के जरिये भारतीय सेना में शामिल होने वाली पहली महिला मुक्केबाज बनकर इतिहास रच दिया। जैस्मिन को 2018 विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता पंजाब की सिमरनजीत कौर बाथ से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है।

हरियाणा की पूर्व विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता स्वीटी बूरा (75 किग्रा) और पूनम (57 किग्रा) और असम की मुक्केबाज जमुना बोरो (57 किग्रा) और पूर्व विश्व युवा चैम्पियन अंकुशिता बोरो (66 किग्रा) भी उन प्रमुख महिला मुक्केबाजों में शामिल होंगी, जिनके रिंग में प्रवेश करने से कड़े मुकाबलों की उम्मीद बनती है। दिल्ली की अंजलि तुशीर और ललिता (राजस्थान) अपने मुक्कों का दम दिखाने के लिए इस मंच का उपयोग कर सकती हैं।

राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी कोच भास्कर भट्ट के अनुसार पावरहाउस हरियाणा महिला वर्ग पर हावी रहेगा, लेकिन कुछ अच्छे मुक्केबाजों को मैदान में उतारने वाले असम और राजस्थान भी टूर्नामेंट में चमकेंगे।

इस बीच, विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता शिव थापा (67 किग्रा, असम) और दो बार के राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा, सर्विसेज) सहित एशियाई चैम्पियनशिप में भाग लेने वाले 13 में से नौ मुक्केबाज पुरुष स्पर्धाओं में राष्ट्रीय खेल रोस्टर में प्रमुख नाम होंगे।

57 किग्रा कैटेगरी के अलावा, कई सर्विसेज मुक्केबाजों के अपने-अपने भार वर्गों में प्रतियोगिता में हावी होने की उम्मीद है, जिसमें सुमित कुंडू (75 किग्रा), सचिन कुमार (80 किग्रा), संजीत (92 किग्रा), नरेंद्र (+92 किग्रा) ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की।

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