पर्वतारोहण
पाकिस्तान के इस पर्वतारोही ने की दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चोटी की चढ़ाई, ऐसा करने वाले पहले पाकिस्तानी
सिरबाज़ का सपना है की वे दुनिया की आठ हजार या उससे ज्यादा की ऊंचाई वाली 14 सबसे ऊंची चोटियों की चढ़ाई करे, जिसमे अब तक 10 चोटियों पर चढ़ाई कर चुके है
दुनियाभर में कई ऐसे पर्वतारोही है, जो भले कितनी भी विपरीत परिस्थितिया हो वे पर्वतो पर चढ़ना जारी रखते है, कुछ ऐसे ही पाकिस्तान के पर्वतारोही सिरबाज़ अली खान है, जिन्होंने हाल ही में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चोटी कंचनजंगा (8,586 मीटर) की चढ़ाई की। सिरबाज़ का सपना है की वे दुनिया की आठ हजार या उससे ज्यादा की ऊंचाई वाली 14 सबसे ऊंची चोटियों की चढ़ाई करे, जिसमे अब तक 10 चोटियों पर चढ़ाई कर चुके है। ऐसे करने वे पहले पाकिस्तानी पर्वतरोही है।
सिरबाज़ ने शुक्रवार को चढ़ाई शुरू की थी,जो उन्होंने अगले दिन सुबह 7 बजे पूरी की। इस दौरान उन्हें काफी समस्याओ का सामना भी करना पड़ा। सिरबाज़ ने पर्वत की चोटी पर चढ़कर अपने देश का झंड लहराया। इस पर्वत पर चढ़ने के साथ सिरबाज़ ने अपनी लक्ष्य के 14 में से 10 पर्वत को फतह कर लिया है। अब सिरबाज की नजरें दुनिया की सभी 14 सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने वाले पहले पाकिस्तानी पर्वतारोही बनने पर है। अब सिरबाज का लक्ष्य इस महीने मकालू और शीशपंगमा पर चढ़ने के लिए अभी तारीखें तय नहीं हुई हैं।
साल 2017 से शुरू की चढ़ाई
सिरबाज़ ने साल 2017 में पर्वतो पर चढ़ने की शुरुआत की थी। उन्होंने उसी साल 8,125 मीटर ऊंचे नंगा पर्वत पर चढ़ाई करके पर्वतारोहण एरीना में अपने आगमन की घोषणा की थी। फिर अगले साल उन्होंने 8611 मीटर ऊंचे K-2 पर्वत पर चढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने ब्रॉड पीक (8,047), दुनिया का चौथा सबसे ऊंचा पर्वत माउंट ल्होत्से (8,516) और माउंट मनासलू (8,163 मीटर) को नाप लिया।
हालंकि साल 2020 में कोरोना महामारी के कारण सिरबाज़ अली खान अपने घर पर रहे। इसके बाद साल 2021 में अपने मिशन 8x14000 को एक बार फिर से शुरू किया। इसी कड़ी में सिरबाज ने अन्नपूर्णा पर्वत (8091 मीटर), माउंट एवरेस्ट (8,848 मीटर), गशेरब्रम II (8035) और धौलागिरी (8167 मीटर) पर चढ़ने में कामयाबी हासिल की।