खेलो इंडिया
जम्मू कश्मीर खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों की पदक तालिका में शीर्ष पायदान पर
इन खेलों में 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1500 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया
मेजबान जम्मू और कश्मीर ने गुलमर्ग में तीसरे खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों में 26 स्वर्ण पदकों के साथ पहला स्थान हासिल करके अपना वर्चस्व बनाए रखा है। इन खेलों में 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1500 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।
जम्मू और कश्मीर ने मंगलवार को संपन्न हुए इस पांच दिवसीय आयोजन में 26 स्वर्ण के साथ 25 रजत और 25 कांस्य पदक जीते। महाराष्ट्र 14 स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक के साथ दूसरे स्थान पर रहा जबकि हिमाचल प्रदेश 10 स्वर्ण के साथ तीसरे स्थान पर रहा। सेना ने भी 10 स्वर्ण जीते लेकिन उसके नाम हिमाचल के 14 के मुकाबले 10 रजत पदक ही थे। हरियाणा ( आठ स्वर्ण), लद्दाख (सात स्वर्ण), उत्तराखंड, तमिलनाडु ( दोनों छह स्वर्ण ), कर्नाटक (पांच स्वर्ण) और गुजरात (चार स्वर्ण) भी शीर्ष 10 में जगह बनाने में सफल रहे।
केंद्रीय राज्य मंत्री, युवा मामले और खेल मंत्रालय, निशीथ प्रमाणिक, समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि थे। संयुक्त सचिव, युवा मामले और खेल मंत्रालय, प्रेम कुमार झा; सचिव युवा सेवा और खेल और पर्यटन, सरमद हफीज; सचिव जम्मू-कश्मीर खेल परिषद नुजहत गुल; इस अवसर पर सीईओ, गुलमर्ग विकास प्राधिकरण के अलावा मेजर जनरल आरके सिंग और शीतकालीन खेलों के अध्यक्ष रौफ ट्रंबू, लाइन विभागों के अधिकारी, खिलाड़ी और पर्यटक उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए खेल राज्य मंत्री ने टिप्पणी की कि गुलमर्ग में आयोजित तीसरा खेलो इंडिया शीतकालीन खेल पिछले आयोजनों की तुलना में एक प्रमुख कार्यक्रम था। उन्होंने कहा कि अगला आयोजन और भी बड़ा आयोजन होगा जिसकी तुलना अन्य अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से की जाएगी।उन्होंने जम्मू-कश्मीर में खेल के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर और उपराज्यपाल का आभार व्यक्त किया, जो युवाओं को विभिन्न खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने में मदद कर रहे है।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन ओलंपिक में खेलने वाले सरफराज अहमद और आरिफ खान जैसे खिलाड़ियों ने हमारे देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा, "पिछले दो वर्षों में सरकार ने जम्मू-कश्मीर के हर जिले में इंडोर स्टेडियम के अलावा हर पंचायत में खेल के मैदान विकसित किए हैं।" उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर ने समृद्धि के एक नए युग में प्रवेश किया है।