खेलो इंडिया
Khelo India University Games: पंजाब यूनिवर्सिटी बनी चैंपियन, 26 स्वर्ण सहित कुल 69 पदक जीते
प्रतियोगिता में 203 यूनिवर्सिटी ने हिस्सा लिया और 131 ने खेलों में पदक जीते
पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ (पीयूसी) ने एक सत्र के अंतराल बाद खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में अपना ओवरआल चैम्पियन का खिताब हासिल किया। पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ ने 2020 में यह ओवरऑल ट्रॉफी जीती थी फिर 2021 में कोरोना के कारण इन खेलो का आयोजन नहीं हो सका था। पिछले साल जैन यूनिवर्सिटी, कर्नाटक चैंपियन बना था। वाराणसी में हुए समापन समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय राज्यमंत्री निशीथ प्रमाणिक ने हिस्सा लिया।
वहीं अंतिम दिन तलवारबाजी में क्लीन स्वीप करने के बावजूद अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी पिछड़ गयी। राष्ट्रीय खेलों के चैम्पियन यश घंगास अंतिम दिन आकर्षण का केंद्र रहे जिन्होंने जूडो में पुरुषों के 100 किग्रा से अधिक वजन वर्ग में चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी के लिए स्वर्ण पदक जीता। मुंबई यूनिवर्सिटी (महिला जूडो 78 प्लस किग्रा) ने स्वर्ण जीता। उसके अलावा सावित्रीबाई फूले पुणे यूनिवर्सिटी (एसपीपीयू) ने वाराणसी में पुरुषों के ग्रुप ट्रेडिशनल योगासन में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) और महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (एमडीयू) रोहतक ने भारोत्तोलन में ग्रेटर नोएडा में दो स्वर्ण पदक हासिल किए।
चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी ने कुल 69 पदक अपनी झोली में डाले जिसमें 26 स्वर्ण, 17 रजत और 26 कांस्य पदक शामिल रहे। वहीं गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी 24 स्वर्ण, 27 रजत और 17 कांस्य पदक से दूसरे स्थान पर रही और उसने पहली बार शीर्ष तीन में जगह बनायी। पिछली बार की चैम्पियन कर्नाटक की जैन यूनिवर्सिटी 16 स्वर्ण, 10 रजत और छह कांस्य पदक से तीसरे स्थान पर रही।
प्रतियोगिता में 203 यूनिवर्सिटी ने हिस्सा लिया और 131 ने खेलों में पदक जीते जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश के चार शहरों लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और गौतमबुद्ध नगर के नौ स्थलों में कराया गया। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप खेलो इंडिया अभियान ने एक क्रांति का रूप ले लिया है। खेलो इंडिया गेम्स ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना से आयोजित किया जाता है जहां विविध पृष्ठभूमि के एथलीट भाग लेते हैं और एक मंच पर अपनी विविधता साझा करते हैं। यह खेल की उत्कृष्टता और राष्ट्र की सेवा में अनुशासित, समर्पित तथा कर्त्तव्य-केंद्रित युवाओं के निर्माण से संबंधित है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स देश के अंदर प्रतिभा की पहचान का सबसे बड़ा मंच बन गया है।