कराटे
शुरू में आत्मसुरक्षा के लिए कराटे सीखने वाली निहारिका आज पूरे दुनिया में आयरन गर्ल के नाम से हो चुकी है मशहूर, जानिए उनकी कामयाबी की पूरी कहानी
23 साल की निहारिका अब तक इंडोनेशिया, इजिप्ट सहित अन्य देशों में सात इंटरनेशनल स्पर्धाओं में खेल चुकी निहारिका भारत के लिए पांच स्वर्ण पदक हासिल किए हैं।
आयरन गर्ल के नाम से मशहूर हो चुकी ग्वालियर की निहारिका कौरव आज पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाने में सफल हुई हैं। 10 साल की उम्र में उसने खुद को फिट रखने और खुद की सुरक्षा के मकसद से कराटे सीखने वाली निहारिका धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय कराटेबाज बन गईं और देश को पदक दिलाना ही उसके खेल का मकसद बन गया। निहारिका साल 2011 से एमपी चैंपियन है।
बता दें 23 साल की निहारिका अब तक इंडोनेशिया, इजिप्ट सहित अन्य देशों में सात इंटरनेशनल स्पर्धाओं में खेल चुकी निहारिका भारत के लिए पांच स्वर्ण पदक हासिल किए हैं।
हालाकि इन सब उपलब्धियों हासिल करने के बाद भी निहारिका को कई ताने मिले, लेकिन बहादुर निहारिका कभी हार नही मानी और कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गई हैं। निहारिका के पिता रामवीर कौरव डॉक्टर हैं और मां मीनल कौरव सरकारी शिक्षक हैं। निहारिका अब तक BA के साथ ही B. Ped की डिग्री हासिल कर चुकी है।
उनका परिवार भिंड जिले के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जहां लड़कियों को उम्र होते हुए ही उनकी शादी करा दी जाती है, ऐसे ही जब वह 20 साल की हुई तो समाज के लोग उसकी शादी की बात कहते थे। जब भी वह चैम्पियनशिप खेलने बाहर जाती थी तो परिवार को ताने दिए जाते थे, लेकिन अब जब निहारिका ने विदेशों में भारत के लिए खेलकर स्वर्ण जीतना शुरू किया तो वही लोग उनकी तारीफ करते हैं। उनकी मां ने समाज की परवाह को दरकिनार कर बेटी को खेलने के लिए आजादी और भरपूर सहयोग दिया।
अब सितंबर में होने वाले इंग्लैंड में हुए राष्ट्रमंडल कराटे चैंपियनशिप और तुर्की में विश्व कराटे सीरीज़ में खेलने जा रही हैं। उनके कोच अमित का कहना है दोनों स्पर्धाओं के लिए निहारिका की जबरदस्त तैयारी है,उम्मीद है दोनों प्रतियोगिताओं में वो भारत के लिए मेडल लेकर आएगी।