कबड्डी
बेंगलुरु लेग का आख़िरी दिन होगा डबल धमाकों के नाम, रेडरों की हो सकती है शाम
शुक्रवार को बेंगलुरु लेग का आख़िरी दिन है और इसके बाद प्रो कबड्डी सीज़न-7 का कारवां कोलकाता पहुंच जाएगा। आख़िरी दिन बेंगलुरु में दो बड़े मुक़ाबले खेले जाएंगे, पहले मुक़ाबले में तीन बार की चैंपियन और इस सीज़न में आख़िरी पायदान पर मौजूद पटना पायरेट्स का सामना यूपी योद्धा से होगा। जबकि दूसरा मैच मेज़बान बेंगलुरु बुल्स और तेलुगू टाइटन्स के बीच खेला जाएगा।
पहला मैच: पटना पायरेट्स बनाम यूपी योद्धा
शाम 7.30 बजे बेंगलुरु में पहली टक्कर पटना और यूपी के बीच होगी, क़ाग़ज़ पर तो पलड़ा यूपी का भारी दिख रहा है क्योंकि पटना अंक तालिका में सबसे नीचे खड़ी है। जबकि यूपी के योद्धा 12 मैचों में 32 अंकों के साथ सातवें पायदान पर हैं, लेकिन जब इस सीज़न में आख़िरी बार दोनों टीमों के बीच मुक़ाबला हुआ था तो पटना ने 41-20 के बड़े अंतर से यूपी को शिकस्त दी थी। नज़रें एक बार फिर इस मैच में परदीप नरवाल पर ही होंगी जो इस सीज़न में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं पर उन्गें साथी खिलाड़ी का साथ नहीं मिल रहा। वहीं यूपी की ताक़त उनका मज़बूत डिफ़ेंस है जिसमें कप्तान नितेश कुमार और युवा डिफ़ेंडर सुमीत लाजवाब रंग में हैं। पटना को अगर प्ले-ऑफ़ की उम्मीदों को ज़िंदा रखना है तो उनके लिए यहां से क़रीब क़रीब हर मुक़ाबला करो या मरो का होगा। प्रो कबड्डी इतिहास में इन दोनों के बीच अब तक 7 मैच हुए हैं जिसमें 4 में बाज़ी पटना ने मारी है, और दो बार यूपी को जीत मिली है जबकि एक मुक़ाबला टाई रहा था।
दूसरा मैच: बेंगलुरु बुल्स बनाम तेलुगू टाइटन्स
बेंगलुरु लेग का आख़िरी मुक़ाबला मेज़बान बेंगलुरु बुल्स और तेलुगू टाइटन्स के बीच खेला जाएगा, जहां बुल्स अपने होम लेग को अंजाम जीत के साथ देना चाहेंगे। इस मैच में एक बार फिर नज़रें पवन कुमार सहरावत पर होंगी जो अब तक इस सीज़न के नंबर-1 रेडर साबित हुए हैं और उनके नाम सबसे ज़्यादा रेड प्वाइंट्स हैं। तो तेलुगू टाइटन्स के पास सिद्धार्त देसाई जैसे शानदार रेडर हैं, यानी ये मुक़ाबला पवन बनाम सिद्धार्त कहा जा सकता है। प्रो कबड्डी इतिहास में इन दो टीमों के बीच अब तक कुल 16 मैच हुए हैं जिसमें 10 बार जीत का सेहरा बेंगलुरु के सिर बंधा है जबकि 3 बार ही जीत तेलुगू को मिली है और 3 मुक़ाबले टाई रहे हैं। इस सीज़न में इन दोनों टीमों के बीच जब टक्कर हुई थी तो वह मुक़ाबला भी बेंगलुरु ने 21 अंकों से अपने नाम किया था।