कबड्डी
प्रो कबड्डी मैच 88: बंगाल ने बेंगलुरु को हराकर होम लेग में अनबिटेन रहते हुए की दिल्ली की बराबरी, पवन का दोहरा शतक
गुरुवार को कोलकाता के नेताजी सुभाषचंद्र बोस इन्डोर स्टेडियम में खेले गए 88वें मैच में मेज़बान बंगाल वॉरियर्स ने बेंगलुरु बुल्स को 42-40 से हराते हुए घर में 4 मैचों में 3 जीत और 1 टाई के साथ ख़त्म किया। बंगाल के लिए मैच के हीरो रहे मोहम्मद नबी बख़्श जिन्होंने 6 टैकल प्वाइंट्स और 3 रेड प्वाइंट्स लेते हुए बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया। कप्तान मनींदर ने भी लाजवाब सुपर-10 करते हुए 17 प्वाइंट्स बटोरे। बेंगलुरु के लिए पवन सहरावत ने सुपर-10 करते हुए कुल 19 रेड प्वाइंट्स किए और सीज़न-7 में 200 रेड प्वाइंट्स को भी पार किया लेकिन जीत नहीं दिला पाए।
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पहले हाफ़ में मेज़बान बंगाल और बुल्स दोनों ही बड़ी सूझ बूझ के साथ खेल रही थी, और मुक़ाबला लगातार ऊपर नीचे हो रहा था। बंगाल एक वक़्त बेंगलुरु को ऑलआउट करने के क़रीब पहुंच गई थी, लेकिन मैट पर बेंगलुरु के लिए अकेले बचे सुमित सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ़ ऑलआउट से बचाया बल्कि अब बढ़त बेंगलुरु ने बनानी शुरू कर दी थी, हालांकि जैसे जैसे खेल आगे बढ़ा बंगाल ने वापसी की और फिर 19वें मिनट में बेंगलुरु बुल्स को ऑलआउट करते हुए दोबारा बढ़त बना ली थी। हाफ़ टाइम तक एक अंक से मेज़बान टीम आगे थी, लेकिन अहम ये था कि अब तक बंगाल ने पवन नाम के तूफ़ान को 14 मिनट तक कोर्ट से बाहर रखा था। हालांकि सुमित ने पहले हाफ़ में 7 रेड प्वाइंट्स लेते हुए सभी को चौंका दिया था।
दूसरे हाफ़ का खेल पहले हाफ़ से बिल्कुल उलट गया, पवन जहां पहले हाफ़ में शांत थे तो दूसरे हाफ़ में तूफ़ान की तरह वापसी करी। और दूसरे हाफ़ की पहली ही रेड में पवन ने 4 अंकों की सुपर रेड के साथ कमाल की वापसी की। इसके बाद भी पवन का क़हर जारी रहा और तुरंत ही बंगाल को ऑलआउट करते हुए बेंगलुरु ने बंगाल पर 6 अंकों की बढ़त बना ली थी। तूफ़ान के पहले की शांति की तरह पवन वापसी करते हुए अपना सुपर-10 भी पूरा कर चुके थे। बंगाल के लिए मोहम्मद नबी बख़्श ज़रूर बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन कर रहे थे और उन्होंने लगातार दो मैचों में हाई फ़ाइव करते हुए बंगाल को भी मैच में ज़िंदा रखा था। अब 6 मिनट का खेल बचा था और बेंगलुरु के पास 4 अंकों की बढ़त थी, यहां से बेंगलुरु पर बढ़त अंत तक बरक़रार रखते हुए मैच जीतने की फ़िराक़ में थी। लेकिन आख़िरी 4 मिनट में बंगाल ने बेंगलुरु को ऑलआउट करते हुए 32-31 से बढ़त बना ली थी, यहां से मानो एक बार फिर मैच शुरू हो गया था क्योंकि अब कोर्ट पर दोनों टीमों के सभी 7 खिलाड़ी मौजूद थे और मेज़बान टीम के पास थी एक अंक की बढ़त। पवन के बाद मनींदर ने भी अपना सुपर-10 पूरा कर लिया था, और पवन ने सीज़न में अपना 200वां रेड प्वाइंट्स भी पूरा कर लिया था और मैच अब कांटे का हो चुका था। दो मिनट का खेल बचा था और अब स्कोर 35-35 हो गया था, आख़िरी लम्हों में लग रहा था कि मुक़ाबला पवन बनाम मनींदर हो गया था। लेकिन तभी मनींदर ने एक बार फिर तीन अंकों की सुपर रेड लगाते हुए बंगाल को अब मैच में आगे ला दिया था और ये निर्णायक बढ़त थी। अगली ही रेड में पवन ने दो टच प्वाइंट्स लेते हुए स्कोर फिर 38-38 से बराबर कर दिया। मैच में जब 36 सेकंड्स का वक़्त बचा था तभी पवन को आदर्श ने टैकल करते हुए अब बेहद अहम बढ़त बंगाल को दिला दी थी। जैसे ही व्हिसल बजी बंगाल ने 2 अंक से मुक़ाबला जीत लिया।
वीवो प्रो कबड्डी इतिहास में पर की ये 16 मैचों में बंगाल की बेंगलुरु पर ये 8वीं जीत थी और इस सीज़न में उनसे एक अंक से हारने का बदला भी बंगाल ने पूरा कर लिया। इस जीत के बाद बंगाल अंक तालिका में 16 मैचों में 58 अंकों के साथ दूसरे पायदान पर बरक़रार है, जबकि एक अंक लेकर बेंगलुरु बुल्स भी 49 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर आ गई है।
वीवो प्रो कबड्डी में शुक्रवार को रेस्ड डे रहेगा जबकि शनिवार यानी दिन दो मैच खेला 14 सितंबर से प्रो कबड्डी का कारवां पुनेरी पलटन के होमलेग यानी पुणे में पहुंच जाएगा। जहां पहले दिन दो मुक़ाबले खेले जाएंगे, पहले मैच में मेज़बान पुनेरी पलटन के सामने गुजरात फ़ॉर्च्यूनजाएंट्स की चुनौती होगी तो दूसरे मुक़ाबले में तमिल थलाइवाज़ की टक्कर हरियाणा स्टीलर्स से होगी।