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स्वदेशी खेल

पंजाब की पारंपरिक मार्शल आर्ट गटका राष्ट्रीय खेलों में शामिल

गटका के इस साल राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा बनने का मतलब है अगले खेलों में उसे प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में शामिल किया जा सकता है

पंजाब की पारंपरिक मार्शल आर्ट गटका राष्ट्रीय खेलों में शामिल
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Bikash Chand Katoch

Published: 16 May 2023 8:34 AM GMT

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने पंजाब की पारंपरिक मार्शल आर्ट गटका को इस साल अक्टूबर में गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में प्रदर्शनी खेल के रूप में शामिल किया है। गटका मार्शल आर्ट की एक शैली है जिसमें तीन से लेकर 3.5 फुट लंबी लकड़ी की छड़ियों तथा विरोधी खिलाड़ी से बचने के लिए चमड़े से बनी ढाल का उपयोग किया जाता है।

प्रदर्शनी खेलों में जीते गए पदकों को पदक तालिका में शामिल नहीं किया जाता है लेकिन गटका के इस साल राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा बनने का मतलब है अगले खेलों में उसे प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में शामिल किया जा सकता है। इससे पहले खेल मंत्रालय ने हरियाणा में 2021 में खेले गए खेलो इंडिया युवा खेलों में गटका और कलारीपयट्टू सहित चार स्वदेशी खेलों को शामिल करने को मंजूरी दी थी।

राष्ट्रीय गटका संघ (एनजीएआई) ने भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन और खेल तकनीकी कंडक्ट समिति (जीटीसीसी) को धन्यवाद कहा है। एनजीएआई 22 राज्यों में अपने संबद्ध राज्य गतका संघों के माध्यम से इस खेल को बढ़ावा दे रहा है। लेकिन, अब राष्ट्रीय खेलों में शामिल होते ही निश्चित रूप से देश भर में गतका के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

एनजीएआई के अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा, ‘‘हम इस खेल को आईओए से मान्यता मिलने के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे थे।’’

ग्रेवाल ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने के लिए अभी से तैयारियां चल रही हैं। इस संबंध में एनजीएआई सभी राज्यों में अपनी संबद्ध राज्य इकाइयों के साथ बैठक कर रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में, इस खेल को स्वीकार करने और इसे आगामी राष्ट्रीय खेलों में शामिल करने के लिए नई दिल्ली में आईओए और जीटीसीसी के पदाधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी।

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