हॉकी
भारतीय ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष पद से नरेंद्र बत्रा ने दिया इस्तीफा, वहीं हाॅकी इंडिया को दिल्ली हाईकोर्ट ने किया भंग
अनिल खन्ना अब भारतीय ओलंपिक कमेटी के एक्टिंग चीफ होंगे
भारतीय खेल जगत में आज पूरा दिन उठा-पटक भरा रहा। जहां देश के गौरवमयी खेल हाॅकी की फेडरेशन को दिल्ली हाईकोर्ट ने भंग किया तो वहीं दूसरी ओर भारतीय ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। ये दोनों खबरें आज पूरे दिन चर्चा का विषय बनी रही। इन दोनों खबरों पर पूरे भारतीय खेल जगत की निगाहें टिकी हुई थी।
भारतीय ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने पद से इस्तीफा देते हुए कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष के रुप में मेरा लक्ष्य भारतीय खेल की भलाई और बेहतरी रही और भविष्य में भी भारतीय खेल की बेहतरी की कामना करता हूँ। भारतीय खेलों को ऊंचाइयों पर ले जाए और 2036 में होने वाले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत की मेजबानी सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता तैयारी कर सके। अपने कार्यकाल के दौरान समर्थन करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं। भारतीय ओलंपिक कमेटी के उपाध्यक्ष अनिल खन्ना अब भारतीय ओलंपिक कमेटी के एक्टिंग चीफ (कार्यवाहक प्रमुख) होंगे।
वहीं आपकों बता दे कि ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा पर कमेटी के 35 लाख रुपये का घोटाला करने का आरोप है। साथ ही नरेंद्र बात्रा द्वारा आजीवन सदस्य की हैसियत से जो भी सुविधा ली गई है, उसके एवज में खर्च हुए सारे पैसे वसूलने का आदेश दिया गया है।
हाॅकी इंडिया को दिल्ली हाईकोर्ट ने किया भंग
आजीवन दिल्ली हाईकोर्ट ने हॉकी इंडिया को भंग कर दिया है। इस संदर्भ में समस्त दस्तावेज हॉकी इंडिया ने कमेटी को सौंपे। सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड जज जस्टिस अनिल दवे, पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एस वाई कुरैशी व पूरे ओलंपियन जफर इकबाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी बना दी है। यही कमेटी हॉकी इंडिया के संविधान में बदलाव के बाद चुनाव करवाएगी।
असलम शेर खान ने उठाए थे बत्रा पर सवाल
बत्रा को 'आजीवन सदस्य' बनाए जाने सहित हॉकी इंडिया में कुछ अनियमित नियुक्तियों को दिल्ली उच्च न्यायालय को चुनौती देने वाले ओलंपियन और 1975 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य असलम शेर खान ने कहा था, ''निश्चित तौर पर यह बत्रा द्वारा हितों के टकराव का मामला है। वह अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष हैं और उस पद पर रहते हुए वह राष्ट्रीय हॉकी महासंघ के मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकते.'' नरेंद्र बत्रा साल 2017 में पहली बार IOA के अध्यक्ष चुने गए थे। उसके बाद साल 2021 में वो दूसरी बार भी IOA के अध्यक्ष चुने गए।