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हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 की ट्रॉफी भुवनेश्वर पहुंची
देश के 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 21 दिनों की यात्रा के बाद एफआईएच पुरुष विश्व कप 2023 ट्रॉफी रविवार को भुवनेश्वर पहुंच गई
ओडिशा में हॉकी विश्व कप को लेकर एक तरफ जहां राज्य सरकार जोर-शोर से तैयारयों में जुटी हुई है तो वहीं दुसरी तरफ इस विश्वकप को लेकर लोगों में भी उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। देश के 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 21 दिनों की यात्रा के बाद एफआईएच पुरुष विश्व कप 2023 ट्रॉफी रविवार को भुवनेश्वर पहुंच गई। ट्राफी का स्वागत करने के लिए हाकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप तिर्की, खेल एवं युवा व्यापार मंत्री तुषारकांति बेहेरा और मंत्री अशोक पंडा के साथ मेयर सुलोचना दास बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे।
भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर आगमन पर, बीजू पटनायक की प्रतिमा के पास बीएमसी द्वारा भव्य स्वागत किया गया, जहां सौ से अधिक नर्तकियों ने ओडिशा के पारंपरिक नृत्य प्रदर्शन किया। कड़ी सुरक्षा के बीच भुवनेश्वर हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद ट्रॉफी सबसे पहले बाइक रैली में लिंगराज मंदिर पहुंची, जहां 101 पंडितों ने वेद मंत्र का पाठ किया। फिर एस्प्लेनेड मॉल, सोआ यूनिवर्सिटी, कीट ग्राउंड आदि जगहों पर ट्राफी को घुमाया गया है।
ट्राफी राज्य के सभी जिलों में जाएगी और 11 जनवरी को ट्रॉफी वापस भुवनेश्वर लौट आएगी। बता दें कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 5 तारीख को हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप तिर्की को ट्रॉफी सौंपी थी। ट्रॉफी का दौरा 5 दिसंबर से देश के विभिन्न शहरों से शुरू होकर 25 तारीख को भुवनेश्वर पहुंचा है।
विश्व कप ट्रॉफी प्रदेश के सभी जिलों के साथ सुंदरगढ़ के 17 ब्लॉक को कवर करेगी। 21 दिनों तक हॉकी विश्व कप ट्रॉफी देश के 13 शहरों और एक केंद्र शासित प्रदेश का दौरा कर चुकी है। पश्चिम बंगाल, मणिपुर, असम, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में ट्रॉफी को घुमाया जा चुका है।
पुरुष विश्व कप हॉकी के मैच 13 से 29 जनवरी तक भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम और राउरकेला के बिरसामुंडा स्टेडियम में खेले जाएंगे।