हॉकी
Hockey World Cup Day 3: स्पेन ने दर्ज की पहली जीत, भारत-इंग्लैंड के बीच ड्रॉ हुआ मुकाबला
इस जीत ने स्पेन के अभियान को फिर से पटरी पर ला दिया, क्योंकि वे पूल डी से क्वार्टरफाइनल स्थान के लिए मेजबान भारत और इंग्लैंड के साथ रेस में बने हुए हैं
स्पेन ने वेल्स को 5-1 से हराकर विश्व कप में खाता खोला
मार्क रेयना और मार्क मिरालेस के दो-दो गोल की मदद से स्पेन ने रविवार को यएफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के पूल डी में वेल्स को 5-1 से हराकर पहली जीत दर्ज की। रेयना ने 16वें और 38वें मिनट में मैदानी गोल दागे जबकि मिरालेस ने 32वें और 56वें मिनट में गोल किए।
कप्तान अल्वारो इग्लेसियास (22वें मिनट) ने भी स्पेन की ओर से एक गोल किया। वेल्स का एकमात्र गोल जेम्स कार्सन ने 53वें मिनट में दागा। स्पेन की टूर्नामेंट में यह पहली जीत है जबकि वेल्स को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद वेल्स के क्वार्टर फाइनल की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है।
इस जीत ने स्पेन के अभियान को फिर से पटरी पर ला दिया, क्योंकि वे पूल डी से क्वार्टरफाइनल स्थान के लिए मेजबान भारत और इंग्लैंड के साथ रेस में बने हुए हैं। स्पेन को टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में भारत के खिलाफ 0-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी जबकि वेल्स को इंग्लैंड ने 5-0 से हराया था।
भारत ने इंग्लैंड से गोलरहित ड्रॉ खेला
एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप में रविवार भारत का दूसरा मुकाबला इंग्लैंड की टीम से साथ हुआ लेकिन खचाखच भरे बिरसा मुंडा स्टेडियम में पूल डी के कांटे के मैच में दोनों टीमें पूरे समय तक स्कोर नहीं कर पाई। इस तरह से यह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ और दोनों टीमों को 1-1 अंक दिया गया हालांकि टीम क्वार्टर फाइनल में सीधे प्रवेश की दौड़ में बनी हुई है। इंग्लैंड को मैच में आठ और भारत को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन मेजबान टीम का पेनल्टी कॉर्नर डिफेंस जबर्दस्त था।
स्पेन की टीम पूल के अपने अंतिम मैच में 19 जनवरी को भुवनेश्वर में इंग्लैंड से भिड़ेगी जबकि वेल्स का सामना भारत से होगा। अब इंग्लैंड और भारत के दो मैचों में चार चार अंक है और ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में जायेगी। दोनों टीमों के अगर समान अंक रहे तो बेहतर गोल औसत वाली टीम अंतिम आठ में जायेगी। इंग्लैंड का गोल औसत अभी प्लस पांच है जिसने पहले मैच में वेल्स को 5-0 से हराया था जबकि भारत ने स्पेन को 2-0 से मात दी थी।
पहले क्वार्टर में इंग्लैंड का दबदबा रहा जिसे पांच पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारत ने जबर्दस्त बचाव किया। भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर मनदीप सिंह ने दिलाया लेकिन कप्तान हरमनप्रीत सिंह उस पर गोल नहीं कर सके । दूसरे क्वार्टर में वालास जाचारी इंग्लैंड को मिले छठे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं कर सके। इसके तुरंत बाद इंग्लैंड को सातवां पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे अमित रोहिदास ने रोक दिया।
भारत को तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हरमनप्रीत ने दिलाया और चौथा भी उसके तुरंत बाद मिला । पहले पर हरमनप्रीत चूके तो दूसरे पर वरूण कुमार गोल नहीं कर सके। इंग्लैंड को 37वें मिनट में बढत मिल जाती लेकिन डेविड कोंडोन का शॉट बाहर से निकल गया । इंग्लैंड के सैम वार्ड भी रिवर्स शॉट पर गोल करने के करीब पहुंचे थे जब उनके सामने गोलकीपर पी आर श्रीजेश अकेले थे लेकिन शॉट वाइड चला गया। आखिरी कुछ मिनट तक भारत को दस खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा जब हार्दिक सिंह चोट के कारण मैदान से बाहर चले गए। इसके बावजूद इंग्लैंड टीम कोई गोल नहीं कर सकी और आखिरी मिनट में उसे मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया।