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हॉकी को देश के दूर-दराज इलाके में जाने के लिए हॉकी इंडिया ने शुरू किया कार्यक्रम

'हॉकी इंडिया का अभियान हर घर हो हॉकी की पहचान कार्यक्रम' के तहत विभिन्न राज्यों में हॉकी स्टिक और गेंदें भी बांटी गईं

हॉकी को देश के दूर-दराज इलाके में जाने के लिए हॉकी इंडिया ने शुरू किया कार्यक्रम
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 हॉकी इंडिया का अभियान हर घर हो हॉकी की पहचान

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Bikash Chand Katoch

Published: 21 April 2023 10:51 AM GMT

हॉकी को देश के दूर-दराज के हिस्सों में ले जाने के लिए, राष्ट्रीय शासी निकाय ने 'हॉकी इंडिया का अभियान हर घर हो हॉकी की पहचान' कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य देश के सभी जिलों को नियमित कोचिंग शिविरों की मेजबानी और अंतर-जिला प्रतियोगिता आयोजित करना है।

उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम क्षेत्रों में आयोजित पहली हॉकी इंडिया क्षेत्रिय चैंपियनशिप की सफलता के बाद, राष्ट्रीय खेल महासंघ ने सभी सदस्य राज्य इकाइयों से अपने संबंधित जिला संघों के साथ मिलकर काम करने और हॉकी को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए नियमित गतिविधियों की मेजबानी और प्रतिभा तलाश को सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा, ‘‘हमने हाल ही में चार क्षेत्र (उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम) में से प्रत्येक में चार अधिकारियों को तैनात किया है ताकि हमारे राज्य और जिला इकाइयों को यह बताया जा सके कि इन टूर्नामेंटों और कोचिंग शिविरों की मेजबानी करना न केवल खेल को विकसित करने के लिए बल्कि एक मजबूत खेल संस्कृति बनाने के लिए भी जरूरी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे टूर्नामेंट खिलाड़ियों को पहचान दिलाने के साथ खेलों में सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देते हैं।’’

हॉकी इंडिया के अनुसार, प्रत्येक राज्य को पूरे साल जिला और राज्य स्तर के टूर्नामेंट आयोजित करने चाहिए, राज्य चैंपियनशिप के लिए संबंधित टीमों को जिला चैंपियनशिप में उनके प्रदर्शन के आधार पर चुना जाना चाहिए। इसके अलावा, राज्य चैंपियनशिप हॉकी इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए राज्य टीम के चयन में सहायता करती है।

हॉकी इंडिया के महासचिव श्री भोला नाथ सिंह ने कहा, “राष्ट्रीय चैंपियनशिप की तरह राज्य और जिला स्तर के टूर्नामेंट को छह श्रेणियों में विभाजित किया जाना चाहिए: वरिष्ठ पुरुष, वरिष्ठ महिला, जूनियर पुरुष, जूनियर महिला, सब जूनियर पुरुष और सब जूनियर महिला। हमने अनिवार्य किया है कि राज्य चैंपियनशिप के लिए टीमों का चयन जिला चैंपियनशिप में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाए। हॉकी इंडिया के हर शहर, कॉलोनी, ब्लॉक और गांव में हॉकी लाने की पहल के तहत हॉकी इंडिया के पदाधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि ये टूर्नामेंट और कोचिंग शिविर नियमित रूप से हों

हॉकी एसोसिएशन ऑफ ओडिशा, हॉकी झारखंड, हॉकी बिहार, उत्तर प्रदेश हॉकी, ले पुडुचेरी हॉकी, अंडमान और निकोबार, केरल हॉकी, असम हॉकी, हॉकी जम्मू और कश्मीर और हॉकी अरुणाचल सहित कई राज्य सदस्य इकाइयां इन प्रतियोगिताओं को और जिला स्तर पर कोचिंग शिविर पहले ही शुरू कर चुकी हैं। सिमडेगा, जम्मू, जामताड़ा, हरदोई, मुजफ्फरपुर, अपर सुबनसिरी, झारसुगुड़ा और विलियानूर जैसे जिलों ने पहले ही आयु-समूह स्तर के मैचों और कोचिंग शिविरों की मेजबानी पूरी कर ली है।

'हॉकी इंडिया का अभियान हर घर हो हॉकी की पहचान कार्यक्रम' के तहत विभिन्न राज्यों में हॉकी स्टिक और गेंदें भी बांटी गईं, जबकि हॉकी इंडिया के पदाधिकारी अपनी सदस्य इकाइयों के साथ लगातार संपर्क में हैं ताकि आगे की सुविधा और खेल को बढ़ावा देने के लिए किसी भी तरह की सहायता प्रदान की जा सके।

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