हॉकी
पूर्व भारतीय महिला टीम की कप्तान ने दुनिया को कहा अलविदा, हॉकी के कारण नहीं की थी शादी
एल्वेरा ब्रिटो को भारतीय हॉकी टीम में अपना योगदान देने के लिए अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मनित किया गया
महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान एल्वेरा ब्रिटो का निधन हो गया। उनकी उम्र 81 वर्ष थी। एल्वेरा को भारतीय हॉकी टीम में अपना योगदान देने के लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मनित किया गया। एल्वेरा के अलावा उनकी दो बहनों ने भी हॉकी में तहलक मचाया था। एल्वेरा की कप्तानी में कर्नाटक राज्य की टीम ने सात राष्ट्रीय खिताब जीते थे।
बहनों ने भी हाॅकी में मचाया तहलका
उनके परिवार में सिर्फ एल्वेरा ही हॉकी नहीं खेलती थी,बल्कि उनकी दो अन्य बहनें रीटा और माय भी महिला हॉकी खेला करती थीं। तीनो बहनों ने मिलकर साल 1960 - 1967 में साथ मिलकर घरेलू स्तर पर खूब तहलका मचाया। इस दौरान कर्नाटक ने 7 बार ख़िताब जीता। एल्वेरा को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मनित किया गया। वे यह सम्मान पाने वाली दूसरी भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी थी। उनसे पहले ऐनी लम्सेडन (1961) को यह पुरस्कार दिया गया था। ब्रिटो की कप्तानी में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और जापान की टीमों से लोहा लिया था।
हॉकी था पहला प्यार
एलवेरा ब्रिटो ने हॉकी के कारण शादी नहीं की थी। वे हॉकी को ही अपना पहला प्यार मानती थी। ब्रिटो को हमेशा महसूस होता था कि देश में महिला हॉकी को उतना महत्व नहीं दिया जाता जितना कि पुरुषों को दिया गया। लेकिन ब्रिटो ने हार नहीं मानी और हमेशा कर्नाटक में महिला हॉकी की बेहतरी के लिए काम करती रहीं।