हॉकी
जल्द उठाए कदम नहीं तो भारत से छीन सकती है पुरुष विश्व कप की मेज़बानी: एफआईएच
भारतीय टीम ने एकमात्र बार 1975 में पुरुष हॉकी विश्व कप जीता है
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH) हॉकी इंडिया का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति को पत्र लिखकर चुनाव कराने की बात कही है, ताकि भारत की एफआईएच पुरुष विश्व कप की मेजबानी बची रहे।
एफआईएच कार्यकारी बोर्ड ने स्पेन के टेरेसा में महिला विश्व कप के दौरान हुई एक बैठक में यह फैसला लिया। एफआईएच ने कहा 'एफआईएच हॉकी इंडिया प्रशासकों की समिति को पत्र लिखकर भारत में हॉकी का संचालन करने वाली इकाई के चुनाव जल्दी कराने के लिए कहेगा, ताकि भुवनेश्वर और राउरकेला में जनवरी 2023 में होने वाले एफआईएच पुरुष विश्व कप की मेजबानी सुरक्षित रहे।'
बता दें कि अब कार्यकारी बोर्ड की बैठक 3 नवंबर होनी है, और फिर 4 और 5 नवंबर को एफआईएच की वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में हॉकी इंडिया पर बात की जाएगी।
अगले साल जनवरी में होने वाले पुरुष वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत को करनी है। लेकिन हॉकी इंडिया में सब कुछ ठीक नहीं होने की वजह से अब भारत की मेज़बानी से पकड़ ढ़ीली होती जा रही है, यदि भारत द्वारा सही समय पर कदम नही उठाए गाएं तो भारत को मेज़बानी से हाथ धोना पड़ सकता है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मई में हॉकी इंडिया के संचालन के लिए 3 सदस्यीय प्रशासकों की समिति की नियुक्ति की थी। न्यायालय ने पूर्व भारतीय खिलाड़ी असलम शेर खान की याचिका पर यह प्रबंध दिया था। खान ने हॉकी इंडिया के आजीवन सदस्य के तौर पर भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा की नियुक्ति को चुनौती दी थी जिसको लेकर अदालत ने कहा था कि आजीवन सदस्य के तौर पर बत्रा की नियुक्ति और सीईओ के तौर पर एलेना नॉर्मन की नियुक्ति अवैध है।
इस बीच साथ अफ्रीका को एफआईएच इंडोर वर्ल्ड कप की मेजबानी दी सौंपी गई है। जो कोरोना महामारी के कारण स्थगित हो किया गया था।
पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप की बात की जाए तो, अब तक पाकिस्तान ने सबसे अधिक 4 बार खिताब पर कब्जा किया है। नीदरलैंड्स और ऑस्ट्रेलिया ने 3-3 बार विश्वकप अपने नाम किया है, वहीं जर्मनी की टीम 2 बार चैंपियन बनी। जबकि भारतीय टीम ने एकमात्र बार 1975 में विश्व कप जीता है। इसके अलावा बेल्जियम की टीम भी एक बार खिताब जीत चुकी है।