Begin typing your search above and press return to search.

हॉकी

11 साल बाद हरियाणा ने किया सीनियर पुरुष राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप पर कब्जा

सीनियर पुरुष राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में हरियाणा ने तमिलनाडु की टीम को पेनल्टी शूट आउट में ( 3-1) से हरा दिया

Hockey Haryana
X

 हरियाणा की हॉकी टीम

By

Amit Rajput

Updated: 18 April 2022 7:44 AM GMT

रविवार को भोपाल के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 12वीं सीनियर पुरुष राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप का खिताबी मुकाबला खेला गया। मुकाबले में हरियाणा ने तमिलनाडु की टीम को पेनल्टी शूट आउट में ( 3-1) से हरा दिया। इस जीत के साथ हरियाणा की टीम 11 साल बाद सीनियर पुरुष राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप में चैंपियन बनी। दोनों टीमों के बीच खिताबी मुकाबला काफी रोमांचक रहा।

पेनल्टी शूट आउट में चूका तमिलनाडु

अगर मैच की बात करें तो फाइनल मैच के पहले क्वार्टर के चौथे ही मिनट में हरियाणा के दीपक ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद मैच के 10वें मिनट में तमिलनाडु के सरवन कुमार ने मैदानी गोल कर स्कोर 1-1 बराबर कर दिया। इसके बाद दोनों टीम की ओर से गोल पोस्ट पर काफी हमले तो हुए, लेकिन कोई भी टीम सफलता हासिल करने में नाकाम रही। जब दोनों टीमों के बीच निर्धारित समय में मुकाबले का नतीजा नहीं निकला तो मैच पेनल्टी शूट आउट में पंहुचा, जहां हरियाणा ने अपने पहले चार प्रयासों में तीन बार गोल किये, जबकि तमिलनाडु पहले प्रयास में सफल रहने के बाद अगले तीन प्रयासों में चूक गया। जिसके कारण टीम 3 -1 से हार गयी। हरियाणा के शोमजीत, प्रभजोत सिंह और पंकज ने एक-एक गोल किए। जबकि तमिलनाडु की तरफ से धनुष एम. ने एकमात्र गोल किया।

टीम की जीत से खुश हुए कोच

हरियाण की जीत के बाद टीम के कोच संदीप सांगवान काफी खुश नज़र आये, उन्होंने टीम की जीत को लेकर कहा कि पूरे टूर्नामेंट में टीम ने बढ़िया प्रदर्शन किया। हालिया वर्षों में टीम के प्रदर्शन में सुधार आया है। जब 2011 में हरियाणा ने पिछली बार खिताब जीता था, तब भी वह कोचिंग टीम में शामिल थे। तब गगनदीप सिंह टीम का सबसे छोटा खिलाड़ी था और आज वह टीम का नेतृत्व कर रहा है। इस जीत से जूनियर और सब जूनियर स्तर के खिलाड़ियों को बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।

कर्नाटक रहा तीसरा स्थान पर

फाइनल के पहले महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच तीसरे स्थान के लिए मैच खेले गया, यह मैच भी काफी रोमांचक रहा। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 12वें मिनट में कर्नाटक के पुनीथ आर ने गोल किया, इसके बाद कुछ समय में ही महाराष्ट्र के राजेन्द्र पवार ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर किया। दूसरे क्वार्टर के 23वें मिनट में कर्नाटक के खिलाड़ी यतीश कुमार बी. ने मैदानी गोल कर अपनी टीम का स्कोर 1-2 कर दिया। तीसरे क्वार्टर के 37वें मिनट में महाराष्ट्र के हरीश शिंदगी ने पेनाल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया।

मैच के 42वें मिनट में महाराष्ट्र के खिलाड़ी प्रज्वल मोहरकर ने गोल कर टीम को 3-2 की बढ़त दिलाई। मैच के चौथे क्वार्टर के 47वें मिनट में कर्नाटक के खिलाड़ी दीक्षित एसपी ने पेनल्टी स्ट्रोक से गोल कर अपनी टीम को 3-3 की बराबरी पर ला दिया। 52वें मिनट में कर्नाटक के नाचप्पा ने पेनल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम को 4-3 से आगे कर दिया। इसके बाद अंत तक कोई और गोल नहीं हो सका और मैच का स्कोर अंत तक यही रहा। इसके साथ कर्नाटक की टीम ने चैंपियनशिप में तीसरा स्थान हासिल किया।

Next Story
Share it