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फुटबॉल

भारत के पूर्व फुटबॉलर परिमल डे का 81 साल की उम्र में निधन

उन्होंने कुआलालंपुर में 1966 मर्डेका कप में कोरिया गणराज्य के खिलाफ मैच का एक मात्र गोलकर भारत को कांस्य पदक दिलाया था

Parimal Dey Football
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परिमल डे 

By

Bikash Chand Katoch

Published: 1 Feb 2023 2:07 PM GMT

भारत के पूर्व मिडफील्डर और 1966 मर्डेका कप में देश की कांस्य पदक विजेता टीम के सदस्य परिमल डे का उम्र संबंधित लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। 1941 को जन्मे डे को 2019 में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा बंग भूषण की उपाधि से सम्मानित किया गया था। 196-70 के बीच डे ने भारत के लिए शानदान प्रदर्शन किया था।

परिवार के एक सूत्र ने कहा, ''वह पिछले कुछ समय से उम्र संबंधित परेशानियों से जूझ रहे थे और बुधवार को अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।''

उन्होंने कुआलालंपुर में 1966 मर्डेका कप में कोरिया गणराज्य के खिलाफ मैच का एक मात्र गोलकर भारत को कांस्य पदक दिलाया था। घरेलू स्तर पर भी उन्होंने अपनी टीम को 1962, 1969 में दो बार संतोष ट्रॉफी जिताने का गौरव प्राप्त था। पूर्वी बंगाल के लिए फारवर्ड के रूप में खेलते हुए उन्होंने 84 गोल किए और 1968 में क्लब की कप्तानी भी की।

डे ने 1966, 1970 और 1973 में तीन बार कलकत्ता फुटबॉल लीग और आईएफए शील्ड जीतने का गौरव हासिल किया और बीएनआर (1966) और ईरानी पक्ष पीएएस क्लब (1970) के खिलाफ आईएफए शील्ड फाइनल में गोलकर भारतीय फुटबॉल में अपना नाम दर्ज कराया था। 1966 का सीएफएल डे के लिए एक बड़ा टूर्नामेंट था, क्योंकि उन्होंने पहले नौ मैचों में से प्रत्येक में गोल किया था।

इनके अलावा, उन्होंने डूरंड कप (1967, 1970), रोवर्स कप (1967, 1969, 1973) में भी अपनी टीम को जिताया था। डे 1971 में मोहन बागान के लिए भी खेले और उस साल फिर से अपनी टीम को रोवर्स कप जिताया था।

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