फुटबॉल
जानें कहां और कैसे बनाई जाती है फीफा विश्व कप में इस्तेमाल की जाने वाली फुटबॉल
दुनियाभर में इस्तेमाल होने वाली दो-तिहाई से ज्यादा फुटबॉल सियालकोट में ही बनती हैं।
कतर में आयोजित फीफा विश्व कप का क्रेज दुनिया भर में देखने को मिल रहा हैं। पर क्या आप आपको पता है कि फुटबॉल के इस विश्व कप में इस्तेमाल की जाने वाली फुटबॉल कहा और कैसे बनती हैं।
विश्व में खेली जाने वाली फुटबॉल पाकिस्तान के पूर्वोत्तर में कश्मीरी सीमा से सटे शहर सियालकोट में बनाई जाती हैं। खास बात है कि विश्व कप में इस्तेमाल की जा रही आधिकारिक फुटबॉल का नाम अल रिहला है।
जानकारी के मुताबिक, सिर्फ कतर ही नहीं, बल्कि कई फीफा विश्व कप में पाकिस्तान बनीं गेंदें इस्तेमाल की गई हैं। इसके साथ ही दुनियाभर में इस्तेमाल होने वाली दो-तिहाई से ज्यादा फुटबॉल सियालकोट में ही बनती हैं।
पर सोचने वाली बात यह है कि अब तक के सबसे महंगे इस बार के विश्व कप में इस्तेमाल की जाने वाली फुटबॉल को बनाने में मेहनत ज्यादा और मजदूरी कम क्यों मिल रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार एक पूरी गेंद की सिलाई करने में करीब तीन घंटे लग जाते हैं। जो कि काफी मेहनत का काम है और एक महिला दिन में तीन गेंद की सिलाई ही पूरी कर पाती है। मतलब इस तरह वह एक दिन में करीब 480 और महीने में करीब 9,600 रुपए कमा पाती है। इस लिहाज से इस काम में मेहनत ज्यादा और कमाई काफी कम है।
जानकारी के लिए बता दें फुटबॉल बनाने के लिए सिंथेटिक चमड़े का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए जरूरी सामान यानी कपास, पॉलिएस्टर, पॉलीयुरेथेन और अन्य चीजें अलग-अलग देशों से आती हैं। वहीं, सस्ती फुटबॉल बनाने के लिए चीन से आई सामग्री का उपयोग किया जाता है। चीन के अलावा दक्षिण कोरियाई सामग्री का उपयोग उच्च गुणवत्ता वाली गेंदों के लिए किया जाता है। वहीं, जर्मनी की सबसे बड़ी लीग बुंदेसलिगा के अलावा अन्य यूरोपीय लीग में इस्तेमाल होने वाली फुटबॉल तैयार करने के लिए जापानी सामान प्रयोग में लाया जाता हैं।