फुटबॉल
फीफा प्रतिबंध की धमकी पर सुनील छेत्री ने साथी खिलाड़ियों को ध्यान न देने की दी सलाह
छेत्री ने खिलाड़ियों को मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखने को कहा हैं।
भारतीय फुटबॉल पर फीफा निलंबन को लेकर भारत के स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने साथी खिलाड़ियों को बहुत चिंता न लेने की सलाह दी हैं। छेत्री ने खिलाड़ियों को मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखने को कहा हैं।
दरअसल, इस महीने के शुरू में विश्व फुटबॉल संचालन संस्था फीफा ने तीसरे पक्ष के 'हस्तक्षेप' के कारण अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित करने और इससे अक्टूबर में महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी के अधिकार छीनने की धमकी दी थी।इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय महासंघ को चुनाव कराने का निर्देश दिया था जिसके कुछ ही दिन बाद यह चेतावनी जारी की गयी थी। हालाकि उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त की गई प्रशासकों की समिति (सीओए) ने चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी है और चुनाव 28 अगस्त को कराये जाने हैं।
छेत्री ने कहा,"मैंने लड़कों से बात की है और मेरी सलाह है कि ज्यादा ध्यान इस पर मत लगाओ क्योंकि यह आपके नियत्रंण से बाहर की चीज है।" उन्होंने कहा,"जो लोग शामिल हैं, वो यह सुनिश्चित करने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं कि हम सर्वश्रेष्ठ संभव नतीजा हासिल कर लेंगे।"
छेत्री ने कहा,"हर कोई इस ओर कड़े प्रयास कर रहा है। जहां तक खिलाड़ियों का संबंध है तो हम सुनिश्चित करेंगे कि हम अपना काम उचित तरीके से करें।"
छेत्री का कहना है कि एआईएफएफ में सभी हर संभव तरीके से इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं ताकि नतीजा हमारे हक में रहे।बता दें भारत को 11 से 30 अक्टूबर तक फीफा महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी करनी है। डूरंड कप 16 अगस्त से कोलकाता में शुरू होगा जिसमें बेंगलुरू एफसी का सामना टूर्नामेंट के दूसरे दिन जमशेदपुर एफसी से होगा।
गौरतलब है कि बेंगलुरू एफसी ने 2013 में आने के बाद लगभग हर बड़ा राष्ट्रीय खिताब अपने नाम किया है इसलिये टीम अपनी 'ट्राफी कैबिनेट' में डूरंड कप ट्राफी अपने नाम करने के लिये बेताब होगी।
इसपर छेत्री ने कहा,"यह बहुत ही विशेष है। यह सबसे पुराने टूर्नामेंट में से एक है जो बहुत बड़ी बात है। लेकिन क्लब ने भी यह खिताब नहीं जीता है और व्यक्तिगत रूप से भी मैंने डूरंड कप नहीं जीता है।"