फुटबॉल
AFC Cup 2027: भारतीय फुटबॉल संघ ने छोड़ी मेजबानी, सऊदी अरब एकमात्र दावेदार
भारत के हटने से पहले ईरान और उज्बेकिस्तान जैसे देश अक्टूबर में इस दौड़ से हट चुके है

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने 2027 में होने वाले एएफसी एशियाई कप के आयोजन की बोली से अपना नाम वापस ले लिया हैं। एआईएफएफ ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा है कि इस समय बड़ी प्रतियोगिताओं की मेजबानी करना उसकी 'रणनीतिक प्राथमिकताएं' नहीं हैं।
भारत के हटने से पहले ईरान और उज्बेकिस्तान जैसे देश अक्टूबर में इस दौड़ से हट चुके थे, जिसके बाद भारत और सऊदी अरब ही प्रतियोगिता की मेजबानी के दो दावेदार बचे थे। लेकिन अब भारतीय टीम ने भी इस दौड़ से पीछे हट गई हैं।
इस मामले में एआईएफएफ ने कहा ''इस महीने घोषित होने वाले महासंघ के रणनीतिक खाके के अनुसार एफआईएफएफ प्रबंधन को लगता है कि बड़ी प्रतियोगिताओं की मेजबानी महासंघ की रणनीतिक प्राथमिकताओं में फिट नहीं बैठती।"
उन्होंने कहा, "अभी हमारा ध्यान फुटबॉल ढांचे का आधार तैयार करने पर है जिसके बाद एएफसी एशियाई कप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं की मेजबानी के बारे में सोचा जाएगा।''
बता दें एफआईएफएफ के तत्कालीन अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने 2020 में भारत की बोली की नींव रखी थी लेकिन कल्याण चौबे की अगुआई वाले मौजूदा प्रशासन का मानना है कि जमीनी स्तर पर काम और युवा विकास के जरिए फुटबॉल ढांचे का आधार खड़ा करना बड़ी प्रतियोगिताओं की मेजबानी से अधिक महत्वपूर्ण है।
चौबे ने कहा कि भारत हमेशा बड़ी प्रतियोगिताओं को शानदार और प्रभावशाली मेजबान रहा है जैसा कि हाल में संपन्न फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप में भी देखने को मिला लेकिन अब ध्यान प्रत्येक स्तर पर देश के फुटबॉल को मजबूत करने पर है जिसमें जमीनी स्तर से युवा विकास तक सारे स्तर शामिल हैं।