राष्ट्रीय खेल
National Games 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 36वें राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ की घोषणा की
राष्ट्रीय खेलों में 36 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से 7000 से ज्यादा खिलाड़ी, 15000 से ज्यादा प्रतिभागी भाग ले रहे है
प्रधानमंत्री ने गुरुवार की शाम अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में आयोजित भव्य उद्घाटन समारोह में 36वें राष्ट्रीय खेल के शुभारंभ की घोषणा की। इस अवसर पर खिलाड़ियों को प्रतिबद्धता और निरंतरता का मंत्र देते हुए प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि खिलाड़ियों को खेलों में मिली जीत देश को जश्न का मौका देगी और भविष्य के बारे में विश्वास जगाएगी।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय खेल में भाग लेने वाले देशभर के एथलीटों को संबोधित करते हुए कहा कहा, ''दुनिया में सम्मान का खेलों से सीधा जुड़ाव होता है। आज दुनिया में जो देश विकास और अर्थव्यवस्था में शीर्ष पर है, उनमें से ज्यादातर पदक तालिका में भी शीर्ष पर होते है।'' उन्होंने कहा, ''खेल के मैदान में खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन अन्य क्षेत्रों को भी प्रोत्साहित करता है। खेल दुनिया में 'सॉफ्ट पावर' का जरिया भी है।'' उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि परिवारवाद और भ्रष्टाचार के कारण भारत के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा मौके नहीं मिल पाए, पर अब इसमें काफी बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, ''दुनिया ओलंपिक के जिन खेलों की दीवानी है, वे खेल हमारे यहां पहले सामान्य ज्ञान तक सिमट कर रह गए थे।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''अब माहौल नया है, 2014 से खिलाड़ियों ने खेलों में जो जलवा कायम करना शुरू किया वह तेजी से आगे बढ़ते जा रहा है।''
गुजरात के विभिन्न शहरों में 12 अक्टूबर तक राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होगा। इसमें 36 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से 7000 से ज्यादा खिलाड़ी, 15000 से ज्यादा प्रतिभागी भाग ले रहे है जिससे यह अब तक का सबसे बड़ा राष्ट्रीय खेल बन जाएगा।
उन्होंने कहा, ''देश के 36 राज्यों से 7000 से ज्यादा एथलीट और 15000 से ज्यादा प्रतिभागी, 35000 से ज्यादा कॉलेज, विश्वविद्यालय और विद्यालयों की सहभागिता और 50 लाख से ज्यादा छात्रों का राष्ट्रीय खेलों से सीधा जुड़ाव अभूतपूर्व है। राष्ट्रीय खेलों का यह मंच आप सभी के लिए एक नए लांचिंग पैड का काम करेगा।''
उन्होंने कहा, ''किसी भी देश की प्रगति उसके सम्मान का खेलों में उसकी सफलता से सीधा संबंध होता है। राष्ट्र को नेतृत्व देश का युवा देता है और खेल उस युवा की ऊर्जा का, उसके जीवन निर्माण का प्रमुख स्रोत है। दुनिया में जो देश विकास और अर्थव्यवस्था में शीर्ष पर हैं, उनमें से ज्यादातर खेलों की पदक तालिका में भी शीर्ष पर होते हैं।''
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''खेल के मैदान में खिलाड़ियों की जीत, उनका दमदार प्रदर्शन अन्य क्षेत्रों में देश की जीत का भी रास्ता बनाता है। खेलों की साफ्ट पावर देश की छवि को कई गुना ज्यादा बेहतर बना देती है।'' उन्होंने कहा, ''आजादी के अमृतकाल में देश ने इसी हौसले के साथ नये भारत के निर्माण की शुरूआत की है। एक समय हमारे यहां खेल बरसों तक सिर्फ सामान्य ज्ञान के विषय तक समेट दिये गए थे लेकिन अब मिजाज बदला है , मूड नया है और माहौल नया है।''
उन्होंने कहा, ''2014 से फर्स्ट और बेस्ट का जो सिलसिला शुरू हुआ है, युवाओं ने वह जलवा खेलों में भी कायम रखा है। आठ साल पहले तक भारत के खिलाड़ी सौ से भी कम अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेते थे लेकिन अब 300 से भी ज्यादा में भाग ले रहे हैं । भारत के पदकों की संख्या भी बढ रही है और दमक भी।''
उन्होंने कहा कि आज फिट इंडिया और खेलों इंडिया जैसे प्रयास एक जन आंदोलन बन गए हैं और पिछले आठ साल में देश का खेल बजट करीब 70 प्रतिशत बढा है ।
उन्होंने खिलाड़ियों से जीत हार की परवाह किए बिना खेलभावना से खेलने का आग्रह करते हुए कहा, ''आप सभी खिलाड़ियों को मैं एक मंत्र और देना चाहता हूं। अगर आपको 'काम्पीटिशन' जीतना है तो आपको 'कमिटमेंट' और 'कंटिन्यूटी' में जीना सीखना होगा। हार जीत को आखिरी नहीं माने और खेलभावना को जीवन का हिस्सा बनाए।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''भारत जैसे युवा देश के सपनों को आप तभी नेतृत्व दे सकेंगे। इस गति को आपको मैदान से बाहर भी बनाकर रखना है। यह गति आपके जीवन का मिशन होना चाहिए।''
इस अवसर पर केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश पटेल और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम से पहले उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मोहक प्रस्तुति की गई।
खेल आयोजन अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर के छह शहरों में आयोजित किए जाएंगे। तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात ने अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ एक सशक्त आधारभूत खेल सुविधा स्थापित करने की यात्रा शुरू की, जिससे राज्य को बहुत कम समय में खेलों की तैयारी करने में मदद मिली।