कुश्ती
वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप: दीपक पूनिया ने भारत का चौथा पदक किया पक्का, साथ ही बदल दिया पदक का रंग
कज़ाख़स्तान में हो रहे वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप का आठवां दिन भारत के लिए शुरुआत शानदार रहा। भारत के लिए सबसे शानदार ख़ुशख़बरी ये रही कि दीपक पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफ़ाई कर लिया है। साथ ही साथ दीपक पूनिया ने फ़ाइनल में पहुंचने वाले इस संस्करण में पहले भारतीय बन गए हैं। दीपक पूनिया ने सेमीफ़ाइनल में स्विटज़रलैंड के मुक्केबाज़ को एकतरफ़ा मुक़ाबले में 8-2 से शिकस्त देते हुए ख़िताबी मुक़ाबले में प्रवेश कर लिया है, जहां रविवार की शाम वह स्वर्ण पदक के लिए खेलेंगे।
इससे पहले 86 किग्रा वर्ग में क्वार्टरफ़ाइनल में कोलंबिया के पहलवान इज़क्वेरडो को 8-7 से हराते हुए भारत के लिए एक और पदक की भी उम्मीद बढ़ा दी है।
भारत के जितेन्दर ने 79 किग्रा वर्ग में क्वालिफ़िकेशन राउंड में मोंडोला के पहलवान पास्कल्वोव जी को एकतरफ़ा मुक़ाबले में 7-2 से शिकस्त दी। जितेन्दर का सफ़र यहीं नहीं थमा, उन्होंने अगला मुक़ाबला भी शानदार अंदाज़ में अपने नाम किया। हालांकि जितनेद्र को क्वार्टरफ़ाइनल में हार का सामना करना पड़ा, उन्हें स्लोाकिया के गैप्लर ने शिकस्त दे दी। जितेन्दर की उम्मीद अभी भी बाक़ी थी क्योंकि उन्हें हराने वाले पहलवान भी सेमीफ़ाइनल तक पहुंच गए थे। लेकिन सेमीफ़ाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, इस तरह से जितेन्दर की उम्मीद यहीं थम गई।
भारत के इस बाहुबली ने लगाई पदकों की हैट्रिक, रचा इतिहास
इसके बाद मैट बी पर ही मैच नंबर 906 में भारत की बड़ी उम्मीदों में से एक दीपक पूनिया 86 किग्रा वर्ग में राउंड ऑफ़ 16 में अपना पहला मुक़ाबला भी जीतते हुए बेहतरीन आग़ाज़ किया। दीपक का ये मैच कज़ाख़स्तान के पहलवान दावलुम्बावलेव के साथ था जिसमें उन्होंने कज़ाख़स्तानी पहलवान को रोमांचक मुक़ाबले में 8-6 से हराया।
इसके बाद दीपक पूनिया ने राउंड ऑफ़ 16 में भी जीत का सिलसिला बरक़रार रखा और तज़ाकिस्तान के पहलवान कोदुरोव बी को 6-0 से हराकर क्वार्टरफ़ाइनल में जगह बना ली है। जहां से एक और जीत उन्हें टोक्यो ओलंपिक का टिकेट दिला देती और वही हुआ दीपक ने सेमीफ़ाइनल में जगह बनाते हुए ओलंपिक का टिकेट हासिल कर लिया है।
भारत के लिए आठवें दिन की तीसरी चुनौती होगी मौसम खत्री की थी जो लेकिन मौसम को अमेरिका के पहलवान स्नाइडर के ख़िलाफ़ करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। उन्हें स्नाइडर ने 10-0 से हराया, स्नाइडर मौजूदा ओलंपिक चैंपियन भी हैं, लिहाज़ा उम्मीद है कि वह फ़ाइनल तक पहुंचे और मौसम को रेपेचेज के ज़रिए एक मौक़ा मिले। स्नाइडर भी सेमीफ़ाइनल में पहुंच गए थे यानी अभी तक मौसम खत्री के भी रेपेचेज में जाने की उम्मीदें ज़िंदा थी लेकिन स्नाइडर का सफ़र भी सेमीफ़ाइनल में थम गया और इस तरह से मौसम का सफ़र भी यहीं ख़त्म हो गया।
वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में डेब्यू और हासिल किया पदक
भारत का अगली अहम चुनौती थी 61 किग्रा वर्ग में राहुल अवारे के तौर पर जो मैच नंबर 911 में मैट बी पर ही उतरे थे, राहुल अवारे ने धमाकेदार अंदाज़ में अपने अभियान का आग़ाज़ किया और तुर्केमेनिस्तान के पहलवान के होकोव को 13-2 से हराकर क्वार्टरफ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है।
राबुल अवारे यहीं नहीं रुके और उन्होंने इस सफ़र को सेमीफ़ाइनल में भी लाजवाब अंदाज़ में पहुंचाया जब उन्होंने क्वार्टर फ़ाइनल में कज़ाख़स्तान के ही पहलवान आर कालीएव को रोमांचक मुक़ाबले में 10-7 से हराया। हालांकि राहुल अवारे को इसके बाद भी ओलंपिक का टिकेट नहीं मिलेगा क्योंकि ये कैटेगिरी ओलंपिक की नहीं थी। हालांकि सेमीफ़ाइनल में राहुल को जॉर्जिया के पहलवान के हाथों 10-7 से हार का सामना करना पड़ा। अब रविवार की शाम राहुल मैट पर कांस्य पदक जीतने के इरादे से उतरेंगे।
इससे पहले सातवां दिन भारत के लिए शानदार रहा जहां कुछ ही मिनटों में भारत ने एक नहीं बल्कि दो-दो पदक जीता। कांस्य पदक मुक़ाबले में 65 किग्रा वर्ग में पहले बजरंग पूनिया ने लगातार दूसरा और अपना तीसरा वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक जीता। इसके ठीक बाद अपना पहला वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप खेल रहे रवि कुमार ने भी 57 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतते हुए इतिहास रचा। हालांकि 8 साल बाद वापसी कर रहे दिग्गज पहलवान सुशील कुमार का सफ़र 6 मिनट में ही थम गया।