मोटरस्पोर्ट्स
इटली की स्कूटर राइडिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय राइडर होंगे सैयद आसिफ
भोपाल के राइडर सैयद आसिफ 19 अक्टूबर को इटली में होने वाली स्कूटर राइडिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले हैं। इस प्रतियोगिता में 10 अलग अलग देशों के 36 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे, जिसमें भोपाल के सैयद आसिफ इकलौते भारतीय राइडर हैं। यह एक नया इतिहास लिखा जाएगा क्योंकि आसिफ ऐसा करने वाले पहले भारतीय बनने जा रहे हैं।
चैंपियन हैं आसिफ, 200 से ज्यादा प्रतियोगिताएं जीती हैं:
आसिफ ने इस सबंध में बताया "मैंने साइकिल चलाना शुरू किया और बचपन से ही मुझे तेज साइकिल चलाने का शौक था। साल 1996 में मेरे पिता ने मुझे बाइक दिलाई, जिससे मैंने प्रतियोगिता में भाग लिया और प्रतियोगिता जीती। अब तक मैंने देश भर में 200 से ज्यादा प्रतियोगिताएं जीती हैं, जिसमें सात नेशनल अवॉर्ड भी शामिल हैं।"
सरकार को करना चाहिए सहयोग, ताकि और आसिफ निकल सकें:
आसिफ नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहे हैं, लेकिन सरकार का उदासीन रवैया अब भी बरकरार है। आसिफ ने सरकार के समर्थन के बारे में बताया, "इटली में होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कुल खर्च 4 लाख रुपए है। जब मैं खेल विभाग में गया, तो उन्होंने मुझे केवल 50 हजार रुपए दिए। सरकार को इस खेल में रुचि रखने वाले युवाओं का समर्थन करना चाहिए।"
हाथ-पैर भी टूटे, फिर भी बुलंद रहे हौसले:
आसिफ साल 1996 में दुर्घटनाग्रस्त हो गये, जिसमें उनके बायां हाथ टूट गया। चोट इतनी गम्भीर थी कि उनके हाथ मे रॉड डालनी पड़ी । कुछ सालों बाद एक बार फिर आसिफ दुर्घटनाग्रस्त हुए और इस बार उनका पैर टूट गया। वह एक साल बिस्तर पर ही रहे। यह दुर्घटनायें भी आसिफ के हौसलों को नहीं डिगा सकी। उन्होंने एक बार फिर से वापसी की।
पापा ने बेच दी बाइक, फिर भी आसिफ ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भरी उड़ान:
सात नेशनल अवार्ड जीत चुके आसिफ ने कहा, "दुर्घटना के बाद, मेरे पिता ने बाइक बेची ताकि मैं बाइक चलाना बंद कर दूं लेकिन बाइक सवारी का मेरा जुनून मुझे नहीं रोक पाया और मैंने बाइक चलाना जारी रखा। कुछ समय बाद मैंने राज्य स्तरीय बाइक राइडिंग प्रतियोगिता में भाग लिया और पहले नंबर पर आया।"
पत्नी को है भरोसा, आसिफ देश का नाम रोशन करेंगे:
आसिफ की पत्नी शायान शाहिद को अपने पति पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, "आसिफ की कड़ी मेहनत और लगन की जीत होगी। मैं आसिफ के लिए भाग्यशाली हूं, क्योंकि हमारी शादी के बाद उनके साथ एक भी दुर्घटना नहीं हुई। सरकार को बाकी खेलों की तरह बाइक राइडिंग को भी प्रोत्साहित करना चाहिए, तभी आसिफ जैसे राइडर आगे बढ़ सकेंगे।"