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जमीन से

बिहार की मुस्कान अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर NBA में भारत का चेहरा बनने को तैयार

बिहार की मुस्कान अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर NBA में भारत का चेहरा बनने को तैयार
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Syed Hussain

Published: 18 Aug 2019 8:51 AM GMT
बिहार में बहार है, जी हां ये जुमला अब सच होता नज़र आ रहा है। भले ही राजनीतिक स्तर पर इससे कई लोग इत्तेफ़ाक़ न रखें, लेकिन खेल की दुनिया में पिछले कुछ समय से बिहार ने साबित किया है कि यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और सच में ‘बिहार में बहार है’। इसका एक सबसे शानदार उदाहरण दे रही हैं पटना की रहने वाली 13 साल की मुस्कान सिंह। मुस्कान की उम्र पर मत जाइए भले ही वह अभी बच्ची हों लेकिन उनकी प्रतिभा ऐसी है कि देश ही नहीं जल्द ही पूरी दुनिया को उनपर नाज़ होगा। दरअसल, मुस्कान फ़्लोरिडा में जूनियर NBA चैंपियनशिप में खेल रही हैं और भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। बास्केट बॉल से वैसे बिहार का पुराना नाता रहा है, आपको याद होंगे सुनील कुमार पांडा जिन्होंने कभी बास्केट बॉल में भारत का ख़ूब नाम रोशन किया था। मुस्कान भले ही अभी सुनील की तरह साढ़े 7 फ़िट लंबी न हों लेकिन उनकी क़ाबिलियत ऐसी है कि वह भी बुलंदियों पर होंगी। जूनियर NBA में खेल रही हैं मुस्कान
जूनियर NBA में खेल रही हैं मुस्कान मुस्कान बिहार की तरफ़ से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने वाली सिर्फ़ पांचवीं महिला हैं लेकिन सबसे छोटी भी हैं। इससे पहले बिहार की रश्मी कुमारी (कैरम), कविता राय (क्रिकेट), श्रेयासी सिंह (निशानेबाज़ी) और गितिका श्रीवास्तव (बास्केट बॉल) ने बिहार को एक अलग पहचान दिलाई थी। हालांकि मुस्कान के लिए पटना से फ़्लोरिडा तक का सफ़र आसान नहीं रहा है। वह बताती हैं कि इसके लिए उन्हें काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा है और कईयों के ताने भी सुनने को मिले हैं। ‘’जब मैं शॉर्ट पैंट और स्लीवलेस शर्ट पहनकर खेला करती थी, तो सभी लोग यहां तक कि मेरे क़रीबी भी मेरी शिकायत करते थे और कहते थे कि कैसे फूहड़ कपड़े पहनकर खेलती है इसे मना करिए ऐसा करने से। इतना ही नहीं मेरे बचपन के कोच और मेरे रिश्तेदार भी मुझे हतोत्साहित करते थे और ऐसे कपड़े न पहनने की हिदायत दिया करते थे।‘’ – मुस्कान सिंह, बास्केट बॉल खिलाड़ी लेकिन देश के लिए कुछ कर गुज़रने की चाहत और बास्केट बॉल में देश का नाम रोशन करने के सपने ने मुस्कान को हिम्मत दी। मुस्कान बताती हैं कि वह लोगों की बातों से परेशान तो हुईं लेकिन फिर नज़रअंदाज़ करना सीख गईं। ‘’नकारात्मक सोच रखने वालों को जवाब देने के लिए मैंने रोज़ाना 10 किमी शॉर्ट्स में ही दौड़ना शुरू कर दिया, और जिन्हें जो कहना था उन्हें कहने दिया, मैं वही करती थी जो मुझे अच्छा लगता था।‘’ – मुस्कान सिंह, बास्केट बॉल खिलाड़ी WNBA में खेलना है मुस्कान का सपना मुस्कान की इस सोच का नतीजा ये हुआ कि वह आज पटना की तंग गलियों से फ़्लोरिडा की चौड़ी सड़कों और ऊंची इमारतों के बीच एक ऐसे सपने के बेहद क़रीब खड़ी हैं, जहां आज तक कोई भी भारतीय महिला नहीं पहुंच पाई है और वह है WNBA में भारत का प्रतिनिधित्व करना।
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