खेलो इंडिया
खेलो इंडिया यूथ गेम्स से मुझे तैयारी के लिए अच्छा मंच मिला- श्रीहरि नटराज
कर्नाटक के युवा सितारें तैराक श्रीहरि नटराज ने गुवाहाटी में जारी खेलो इंडिया यूथ गेम्स की सात स्पर्धाओं में भाग लिया और सभी में स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले। पिछले साल कर्नाटक के इस उभरते हुए सितारे ने खेलों इंडिया स्कूल खेलों में छह स्वर्ण पदक जीते थे और इस बार उससे बेहतर प्रदर्शन कर के दिखाया।
सीनियर राष्ट्रीय एक्वैटिक चैंपियनशिप में पुरुष 100 मीटर फ्रीस्टाइल का खिताब जीतने के बाद 50 मीटर बैकस्ट्रोक में अपने ही राष्ट्रीय रेकॉर्ड में श्रीहरि ने सुधार किया। उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में चार नए नैशनल रेकॉर्ड बनाएं। कर्नाटक के तैराक श्रीहरि ने पुरुष 50 मीटर बैकस्ट्रोक में 25.58 सेकंड के समय के साथ नया राष्ट्रीय रेकॉर्ड बनाया। 100 मीटर फ्रीस्टाइल में 18 साल के श्रीहरि ने 50.59 सेकंड के साथ सोने का तमगा अपने नाम किया। पिछले साल उन्होंने इस स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था। द ब्रिज की टीम ने इस नए सितारें से खास बातचीत की। जिसमें उनसे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जीत से लेकर उनके इस खेल को चुनने के बारे में बातचीत की गई।
द ब्रिज- खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीसरे संस्करण में आपने किस मकसद से भाग लिया?
श्रीहरि नटराज: खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा लेना का मकसद एक ही था। ओलंपिक क्वालीफाइर्स के लिए अपनी तैयारियों को पुख्ता करना। जो मुझे लगता है मैं करने में सफल रहा। मेडल जीतने की खुशी तो है लेकिन मैं इस बात से ज्यादा खुश हूं कि ओलंपिक क्वालीफाइर्स से पहले मुझे तैयारी करने का एक अच्छा मंच मिला । जिसके लिए मैं खेलो इंडिया के आयोजकों को शुक्रिया अदा करा चाहता हूं ।
द ब्रिज- 2019 आपके के लिए किस तरह से गुजरा क्या कुछ सीखने को मिला ?
श्रीहरि नटराज: इस साल मैंने डेनमार्क में आयोजित एक प्रतियोगिता में काफी अच्छा प्रदर्शन किया साथ ही कई 3 कीर्तिमान स्थापित किए । हालांकि मेरी टाइमिंग थोड़ी सी कम थी। बावजूद इसके मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता से एक हफ्ता पहले मैंने बुडोपेस्ट में आयोजित जूनियर चैंपियनशिप में मेरे स्विम की स्पीड थोड़ी सी ज्यादा थी लेकिन उसका मुझे कोई मलाल नहीं है। क्योंकि ये सारे प्रतियोगिता में भाग लेने का एक ही मकसद था। ओलंपिक के लिए अपनी तैयारियों को और पुख्ता करना।
द ब्रिज- आपको अंदर वो क्या एक चीज है जो आपको भारत के दूसरे तैराकों से अलग बनाता है?
श्रीहरि नटराज: मैं न सबके बारे में बिल्कुल नहीं सोचता । मैं जब भी स्वीमिंग पूल में उतरता हूं तो सिर्फ मेरा एक ही मकसद रहता है कि कैसे मैं अपनी टाइमिंग पिछली बार से अच्छा करूं। जिसका अभ्यास करने में मैं काफी आनंद लेता हूं।
द ब्रिज- आपके जीवन का कोई ऐसा वाक्या जिसने आपके करियर को एक नई दिशा दी ?
श्रीहरि नटराज: कोई एक होना तो मुश्किल है लेकिन हां 2018 में जब मुझे अंतराष्ट्रीय स्तर पर सीनियर खिलाड़ियों के साथ अभ्यास और उनके खिलाफ तैराकी करने का मौका मिला तो वो एक पल कह सकते हैं कि जिसने मेरे करियर को एक नई दिशा दी। सच बोलूं तो इस बारे में मैं कभी नहीं सोचता। मेरा एक दी उद्देशय रहता है अपने देश के तिरंगा को हमेशा उंचा देखने का जिसके लिए मैं लगातार मेहनत कर रहा हूं। ओलंपिक क्वालीफाइर्स जो मार्च या अप्रैल में होने वाले हैं उसमें मेरा उद्देशय है क्वालीफाइ करना उसके बाद ओलंपिक में मेडल जीतना।