कुश्ती
रेसलिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप में रवि और दीपक के पदकों ने बनाया भारत के लिए अब तक का सबसे यादगार सफ़र
नूर सुल्तान रेसलिंग चमपियनशिप में राहुल अवारे ने 61 kg में कांस्य पदक जीत कर सब की निगाहें अपनी ओर कर ली हैं| कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 के विजेता रह चुके राहुल ने अपनी वेट केटेगरी में तब्दीली की थी| दरअसल, राहुल 57 kg के रेसलर हैं ओर उन्होंने ने यह पदक 61 kg में जीता है क्योंकि वर्ल्ड चैम्पियनशिप के पहले उनका वेट बढ़ गया था ओर इसकी वजह से कांस्य जीतने के बाद भी वह ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएंगे क्योंकि 61 kg ओलिंपिक केटेगरी नहीं है|
खज़ाख़स्तान में रविवार को ख़त्म हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में भारत का प्रदर्शन अभी तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन था जहाँ भारत को पांच मेडल मिले जिसमे 4 कांस्य और एक रजत पदक था| दीपक पूनिया, भारत की तरफ से वर्ल्ड चैंपियनशिप्स के फाइनल्स में मात्र 19 साल में पहुंचने वाले पहले रेसलर बने| इससे पहले, दीपक, इसी साल वर्ल्ड जूनियर चैम्पियन भी रह चुकें हैं| दीपक को शनिवार को शुरू हुए उनके बाउट के दौरान पहले मैच में एंकल पर चोट लग गयी थी जो कम्पटीशन के दौरान बढ़ती जा रही थी| अंत में दीपक को फ़ाइनल से बैक आउट करना पड़ा और ओलिंपिक और वर्ल्ड चैम्पियन हस्सान अलीआज़ाम ने गोल्ड जीता|
इस टूर्नामेंट में भारत ने 4 ओलिंपिक कोटा अपने नाम कर लिए हैं| दीपक पूनिया(86 kg ), बजरंग पूनिया (65 kg ), रवि कुमार दहिया( 57 kg ) और विनेश फोगाट (53 kg )| राहुल अवारे के चान्सेस नहीं के बराबर हैं क्योंकि रवि ने पहले ही अपना ओलिंपिक कोटा फिक्स कर लिया है| राहुल के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि अमेरिका के टाइलर ली ग्राफ को हराना था|