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विशेष
ओलम्पिक में भारत के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं - खेल मंत्री किरण रिजिजू
रविवार को खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि पिछले ओलम्पिक खेलों में वे भारत के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हुए, इसके साथ ही उन्होंने लम्बी तैयारी करने पर ज़ोर दिया ताकि खिलाड़ी इस तरह के उच्च स्तरीय खेलों में पदक हासिल कर सके। उनका कहना है कि देश के पास जितनी क्षमता है, उसके अनुसार तो अधिक पदक जीते जाने चाहिए थे। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कांदिवली सेंटर में विज़िट करने के बाद रिजिजू ने पत्रकारों को बताया कि,"हमारे खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत की और उनमें से कुछ पदक लाने में सफल रहें लेकिन जैसा कि मैंने कहा, भारत की क्षमता की तुलना में हम ओलम्पिक में अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हैं। इसीलिए आने वाले ओलंपिक्स के लिए हम बड़े स्तर पर तैयारी कर रहें हैं और उसके लिए हमें फाउंडेशन देने की ज़रूरत है।" उनका यह भी कहना है कि हॉकी जैसे पारम्परिक खेल जिनमें भारत अव्वल आता था, उसमें हमने आखिरी बार पदक, वह भी स्वर्ण, 1980 में जीता था। हमने व्यक्तिगत पदक हासिल किए हैं लेकिन उतने नहीं जितने किए जाने चहिए थे। रियो ओलंपिक्स में भी हमने एक रजत और एक कांस्य पदक ही हासिल किया था। "अब हमारा लक्ष्य विशेष तौर पर पेरिस 2024 और लॉस एंजल्स 2028 हैं जिनकी तैयारी के लिए हमारे पास और चार व आठ वर्ष बचे हुए हैं। टोक्यो 2020 केवल एक वर्ष दूर है, इसीलिए हम ज़्यादा बदलाव नहीं कर सकते हैं। हमें पॉलिसी बदलने, कैपेसिटी का निर्माण करने, वैज्ञानिक शोध और उच्च स्तरीय ट्रेनिंग उपलब्ध कराने पर फोकस करना होगा।" किरण रिजिजू ने कहा। हालांकि, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या केंद्र पाकिस्तान के साथ वीमेंस सीरीज़ होस्ट कराने की अनुमति देगा, तो उन्होंने उसे 'संवेदनशील मामला' कहकर उसपर टिप्पणी करने से मना कर दिया।
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