क्रिकेट
Women's T20 World Cup: हार से दुखी हुईं हरमनप्रीत कौर, रन आउट होने पर दिया भावुक बयान
"जिस तरह से मैं रनआउट हुई, उससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात नहीं हो सकती"
आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी ओवर में 5 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ टीम का खिताब जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया। हालांकि एक समय टीम जीत के करीब थी जब कप्तान हरमनप्रीत कौर मैदान के चारों ओर से रन बरसा रहीं थी, लेकिन 15वें ओवर में वह रन आउट हो गईं, जिसके बाद मैच हाथ से निकलता दिखा। वहीं मैच समाप्ति के बाद हरमनप्रीत ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि उनका रन आउट होना दुर्भाग्यपूर्ण रहा।
हरमनप्रीत ने भावुक होते हुए कहा, ''इससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात नहीं हो सकती कि जब मैं और जेमिमाह बल्लेबाजी कर रहे थे तो हमने रफ्तार हासिल कर ली थी। हमें इसकी उम्मीद नहीं थी। लेकिन जिस तरह से मैं रनआउट हुई, उससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात नहीं हो सकती। हमने आखिरी गेंद तक लड़ने पर चर्चा की। नतीजा हमारे पक्ष में नहीं रहा, लेकिन हम इस टूर्नामेंट में जिस तरह से खेले उससे मैं खुश हूं। हम जानते हैं कि हमारे पास अच्छी बल्लेबाजी लाइन अप है। भले ही हम शुरुआती विकेट गंवा दें।''
सेमीफाइनल मुकाबले में जब कोई भी भारतीय बल्लेबाज कंगारू गेंदबाजी का सामना करने में कामयाब नहीं हो पा रहा था तो कप्तान ने एक करिश्माई पारी खेलकर जीत की उम्मीद जगाई। कप्तान हरमन( 52) एक दुर्भाग्यपूर्ण रन आउट का शिकार हुईं। दरअसल, रन लेते हुए उनका बल्ला जमीन में धंस गया जिसके चलते वह क्रीज पार नहीं कर सकीं। उनके आउट होते ही कोई भी बल्लेबाज कारगर साबित नहीं हुआ। अंत में भारत को 5 रन से हार का सामना करना पड़ा।
173 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिए उतरी टीम इंडिया की पारी शुरुआत में ही लड़खड़ा गई थी। महज 28 रन के संयुक्त स्कोर पर भारत ने 3 बल्लेबाजों को गंवा दिया था। इस मौके पर हरमनप्रीत कौर ने जेमिमा रोड्रिग्स के साथ मिलकर पलटवार करना शुरू कर दिया। दोनों खिलाड़ियों के बीच 41 गेंदों में 69 रन की साझेदारी हुई, जिसने टीम इंडिया को एक मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया। 97 के टोटल स्कोर पर जेमिमा आउट हुईं तो पारी को आगे लेकर जाने का जिम्मा हरमन के कंधों पर आ गया।
जेमिमा की तारीफ करते हुए हरमन ने कहा, "जेमी ने आज जिस तरह से बल्लेबाजी की उसका श्रेय उन्हें देने की जरूरत है। उसने हमें वह गति प्रदान की जिसकी हम तलाश कर रहे थे। ऐसे प्रदर्शनों को देखकर खुशी होती है। उन्हें अपना स्वाभाविक खेल खेलते देख खुशी हुई। भले ही हम अपनी ताकत से नहीं खेले, हम सेमीफाइनल में पहुंचे। हमने वो आसान कैच दिए। जब आप जीतना चाहते हैं तो उन्हें लेना होगा। हमने मिसफील्ड किया। हम इन पाठों से केवल सीख सकते हैं और गलतियों को नहीं दोहरा सकते।"