क्रिकेट
झूलन गोस्वामी के संन्यास पर कप्तान हरमनप्रीत ने कहा,भारतीय क्रिकेट को उनकी कमी खलेगी, उनकी जगह भरना नामुमकिन
चकदा एक्सप्रेस के नाम से मशहूर झूलन 24 सितंबर को इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स में तीसरा और अंतिम एकदिवसीय मैच खेल कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगी।
भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाली हैं। चकदा एक्सप्रेस के नाम से मशहूर झूलन 24 सितंबर को इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स में तीसरा और अंतिम एकदिवसीय मैच खेल कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगी।
भारतीय क्रिकेट में झूलन के योगदान को याद करते हुए कप्तान हरमनप्रीत ने कहा कि इस अनुभवी तेज गेंदबाज का खेल के प्रति जुनून बेजोड़ है और टीम में कोई भी उनकी जगह नहीं भर सकता है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड रखने वाली झूलन को लेकर हरमनप्रीत ने टीम के इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने की पूर्व संध्या पर कहा,"वह प्रत्येक मैच में उसी तरह के जुनून के साथ उतरती हैं जो कि बेजोड़ है। कोई उनका मुकाबला नहीं कर सकता।"
भारतीय कप्तान इस दिग्गज भारतीय तेज गेंदबाज के साथ कई यादें जुड़ी हैं जिनके नाम पर 201 वनडे में रिकॉर्ड 252 विकेट दर्ज हैं। खास बात है कि झूलन इस प्रारूप में 200 से अधिक विकेट लेने वाली एकमात्र गेंदबाज हैं।
हरमनप्रीत ने कहा,"जब मैंने पदार्पण किया था तब वह कप्तान थी। यह मेरे लिए शानदार अवसर है कि जब वह अपना अंतिम वनडे खेलेंगी तो मैं कप्तानी का जिम्मा संभालूंगी। जब मुझे टीम में जगह मिली तो वह एकमात्र खिलाड़ी थी जो आगे बढ़कर नेतृत्व करती थी। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा। कोई भी उनकी जगह नहीं ले सकता है।"
उन्होंने कहा,"वह एक ऐसी खिलाड़ी हैं जो हमेशा एक ही तरह का प्रयास करती हैं। वह दो-तीन घंटे गेंदबाजी करती हैं। वह अब भी उसी तरह की कड़ी मेहनत करती हैं जैसे कि अपने शुरुआती दिनों में किया करती थी।' हरमनप्रीत ने कहा, 'आपको शायद ही कोई ऐसी गेंदबाज दिखे जो उनकी तरह नेट पर कड़ी मेहनत करता हो। क्रिकेट के प्रति उनमें जिस तरह का जुनून है वह किसी में नहीं है।"
कप्तान ने कहा,"एक क्रिकेटर के तौर पर और एक व्यक्ति के रूप में मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा। वह हम सभी के लिए बहुत अच्छा उदाहरण हैं। देश में कई खिलाड़ियों ने उनको खेलते हुए देखकर यह खेल अपनाया।"
हरमनप्रीत ने विश्व कप 2009 में पाकिस्तान के खिलाफ झूलन की कप्तानी में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था।
झूलन के करियर की बात करें तो झूलन ने 2002 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, जिसके बाद उन्होंने 2018 में टी20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इस तेज गेंदबाज ने अपना आखिरी टेस्ट मैच अक्टूबर 2021 में खेला था। झूलन ने कुल मिलाकर 12 टेस्ट, 68 टी20 अंतरराष्ट्रीय और 201 वनडे खेले हैं। उन्होंने छह विश्वकप में भाग लिया है।
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला टीम इंग्लैंड दौरे की शुरुआत 9 सितंबर को टी20 मैच से करेगी। भारतीय टीम तीन टी20 मैच खेलने के बाद इतने ही वनडे मैचों की श्रृंखला खेलेगी। भारत लॉर्ड्स में झूलन के आखिरी एकदिवसीय मैच से पहले होव (18 सितंबर) और कैंटरबरी (21 सितंबर) में वनडे मैच खेलेगा।
हरमनप्रीत ने कहा की झूलन के लिए यह अवसर विशेष बनाने के लिए टीम अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी। उन्होंने कहा,"हम इस बारे में बात कर रहे हैं कि यह उनका आखिरी टूर्नामेंट है। यह उनके लिए और हमारे लिए बेहद खास है। हम उनके लिए इसे यादगार बनाने की पूरी कोशिश करेंगे।"