क्रिकेट
महिला प्रीमियर लीग में भारतीय खिलाड़ियों को मिलनी चाहिये थी कप्तानी: अंजुम चोपड़ा
डब्ल्यूपीएल के शुरुआती सत्र में ज्यादातर विदेशी खिलाड़ियों को टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी देने पर अंजुम चोपड़ा ने निराशा जताई हैं
महिला प्रीमियर लीग महिला खिलाड़ियों के लिए नए मौका लेकर आया हैं। लेकिन इसमें विदेशी खिलाड़ियों की अधिक भागीदारी को लेकर पूर्व भारतीय कप्तान अंजुम चोपड़ा ने निराशा जताई हैं।
डब्ल्यूपीएल के शुरुआती सत्र में ज्यादातर विदेशी खिलाड़ियों को टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी देने पर अंजुम चोपड़ा का कहना है कि यह जिम्मेदारी भारतीय खिलाड़ियों को सौंपी जानी चाहिए थी।
अंजुम ने कहा, ‘‘मुझे यह पसंद नहीं आया कि अधिकांश टीमों ने विदेशी खिलाड़ियों को कप्तान के रूप में चुना है। यह एक भारतीय लीग है और भारतीय परिस्थितियों में खेली जाएगी। ऐसे में अगर भारतीय खिलाड़ियों के पास क्षमता है तो उन्हें कप्तान होना चाहिए था।’’
बता दें भारतीय खिलाडियों में से हरमनप्रीत कौर को मुंबई इंडियंस और स्मृति मंधाना को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का कप्तान नियुक्त किया गया हैं। बाकी टीमों ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को जिम्मेदारी सौंपी हैं।
इसको लेकर अंजुम ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि दीप्ति शर्मा (यूपी वॉरियर्स) को कप्तान बनाया जाना चाहिए था। उसने महिला टी20 चैलेंज में टीम का नेतृत्व किया था।’’
हालाकि अंजुम ने इस बात पर सहमति जताई कि छह बार की टी20 विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलिया के पास भारतीयों की तुलना में अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी विश्व चैंपियन हैं और उनके पास अपने देश में टीमों का नेतृत्व करने का अनुभव है। मैं उनके (ऑस्ट्रेलिया की खिलाड़ी) अनुभव (अंतरराष्ट्रीय स्तर पर) से पूरी तरह सहमत हूं। इसलिए मेग लैनिंग के रहते जेमिमा रोड्रिग्स को कप्तान नहीं बनाया जा सकता। अगर इस मामले में बड़ी तस्वीर देखी जाये तो भारतीय खिलाड़ियों के पास ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की तरह कप्तानी की क्षमता नहीं है।’’
अंजुम ने आगे कहा, ‘‘मैं इस लीग से जो बड़ी तस्वीर देख रही हूं, वह अंडर-19 खिलाड़ियों को लेकर है। यह खिलाड़ी अंडर-19 विश्व कप जीतकर फ्रेंचाइजी क्रिकेट में खेलेंगे, जहां उन्हें मेग लैनिंग, बेथ मूनी और हरमनप्रीत कौर जैसे खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाने का मौका मिलेगा।’’
डबल्यूपीएल को बड़ा कदम बताते हुए उन्होंने कहा, "इसका लंबे समय से इंतजार था लेकिन आखिरकार लीग शुरू हो गयी। यह ऑस्ट्रेलिया को हराने की तैयारी के बारे में नहीं है। यह बेहतर क्रिकेटर बनने को लेकर है।’’