राष्ट्रमंडल खेल
राष्ट्रमंडल खेलों हिस्सा में ले रहे खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री ने की बात, कहा - कोई कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में
प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों से बात करते हुए कहा कि जो 65 खिलाड़ी पहली बार इन खेलों में भाग ले रहे हैं, उनसे मैं यही कहूंगा कि जी भरकर खेलें, जमकर खेलें और बिना किसी तनाव के खेलें
इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई से शुरू होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारत के सभी खिलाड़ियों बर्मिंघम पहुंचकर अपनी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में बुधवार को राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले भारत के सभी खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीधे तौर पर संवाद किया और खेलों में अच्छा प्रदर्शन के लिए उनका हौसला बढ़ाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों से बात करते हुए कहा कि जो 65 खिलाड़ी पहली बार इन खेलों में भाग ले रहे हैं, उनसे मैं यही कहूंगा कि जी भरकर खेलें, जमकर खेलें और बिना किसी तनाव के खेलें। एक पुरानी कहावत है कि कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में। इन्हीं तेवरों के साथ खेलें। पीएम मोदी ने आगे कहा "मैदान बदला है, माहौल बदला होगा लेकिन आपका मिजाज नहीं बदला है। आपकी जिद नहीं बदली है। लक्ष्य वही है कि तिरंगे को लहराता देखना है। राष्ट्रगान की धुन को बजते सुनना है और इसलिये दबाव नहीं लेना है। अच्छे और दमदार खेल से अपना प्रभाव छोड़कर आना है।"
प्रधानमंत्री ने करीब 45 मिनट तक हुई बातचीत में स्टीपलचेस खिलाड़ी अविनाश साबले से भारतीय सेना में उनके अनुभव के बारे में पूछा तो वही बैडमिंटन खिलाड़ी त्रिसा जॉली से गायत्री गोपीचंद और उनकी दोस्ती के बारे में पूछा। उन्होंने हरियाणा की पैरा एथलीट शर्मिला और झारखंड की हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे को प्रतिकूल परिस्थितियों में हार नहीं मानने के उनके जज्बे के लिये सराहा। वही प्रधानमंत्री मोदी ने भारोत्तोलक अचिंत शिउले से सिनेमा के उनके शौक को लेकर बात की तो साइकिलिस्ट डेविड बैकहम से पूछा कि नाम बैकहम है तो फुटबॉल खेलने का मन नहीं किया। उन्होंने खिलाड़ियों के परिजनों की भी तारीफ करते हुए कहा कि एक खिलाड़ी को बनाने में पूरा परिवार तपस्या करता है।
पीएम ने अनाहत की तारीफ करते हुए कहा, ''इस टीम में 14 साल की अनाहत है तो 16 साल की संजना जोशी है और ये बच्चे देश का नाम रोशन करने जा रहे हैं। ये खेलों में नहीं बल्कि वैश्विक मंच पर नये भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ये युवा खिलाड़ी साबित कर रहे हैं कि भारत का कोना कोना खेल प्रतिभाओं से भरा हुआ है।''
उन्होंने सभी खिलाड़ियों को प्रधानमंत्री आवास पर आमंत्रण देते हुए कहा, "आप सभी विदेशों में अभ्यास कर रहे हैं और मैं संसद सत्र में व्यस्त हूं लिहाजा रूबरू मुलाकात नहीं हो पाई। लेकिन मेरा वादा है कि जब आप लौटकर आयेंगे तो हम विजय उत्सव मनायेंगे। आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कीजिये और विजयी होकर मेरे यहां आने का निमंत्रण मैं अभी से दे रहा हूं।'' इस मौके पर खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री मोदी को समय समय पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिये धन्यवाद देते हुए कहा, ''आपने ओलंपिक और पैरालम्पिक खेलों से पहले भी खिलाड़ियों का हौसला बढाया था और दुनिया के शायद ही किसी देश में ऐसा होता होगा। खेलों का बजट तिगुना करने के लिये हम आपके आभारी है।"