शतरंज
भारत के इस युवा ग्रैंडमास्टर ने जीता ला रोडा शंतरज टूर्नामेंट, विश्वनाथन आनंद ने भी दी जीत की बधाई
भारत के उभरते हुए युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने 48वां ला रोडा इंटरनेशनल ओपन शतरंज टूर्नामेंट जीतकर सबको चौंकाया है
शंतरज के खेल में भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में नज़र आता है, पिछले दिनों भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने दुनिया नंबर के एक खिलाड़ी कार्लसन को हराकर सबको चौंकाया तो अब भारत के एक और उभरते हुए युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने 48वां ला रोडा इंटरनेशनल ओपन शतरंज टूर्नामेंट जीतकर सबको चौंकाया है। गुकेश पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रहे। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 9 दौर खेले ,जिसमें सिर्फ दो दौर ड्रा खेले और बाकी सब दौरों में जीत दर्ज की। गुकेश ने अंतिम दौर में इस्राइल के विक्टर मिखालेवस्की को हराकर जीत दर्ज की।
वही टूर्नामेंट में आर्मेनिया के हाइक एम मार्तिरोसियान 7.5 अंक के साथ दूसरे पायदान पर रहे। गुकेश ने टूर्नामेंट में भारत के भगत कुशिन, स्पेन के अलबर्टो हर्नांडिज रामोस, डेनियल रोमेरो पालारेस और जेवियर बर्नाबू लोपेज , कोलंबिया के जॉर्ज रेंटेरिया और होंडुरास के नाहुल जी को हराया। जबकि भारत के आर प्रज्ञानानंदा के साथ ड्रा खेला।
ट्वीट कर जताई ख़ुशी
इस टूर्नामेंट में मिली जीत के बाद गुकेश ने ट्वीट कर अपनी ख़ुशी जताई और ट्विटर पर लिखा "टूर्नामेंट में मुझे आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद 48वां ला रोडा इंटरनेशनल ओपन में खेल का आनंद लिया और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने वर्ष का पहला ओपन खिताब हासिल किया। मुझे समर्थन देने के लिए प्रशंसकों का धन्यवाद।" गुकेश की इस जीत की सराहना भारत के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने भी की और ट्विटर पर उन्हें जीत की शुभकामनाएं दी।
आर प्रज्ञानानंदा तीसरे स्थान पर रहे
इस टूर्नामेंट में गुकेश के अलावा भारत के आर प्रज्ञानानंदा तीसरे स्थान पर रहे। जिन्होंने नौ दौर में सात अंक हासिल किए। वहीं, भारत के ही रौनक साधवानी समेत चार अन्य खिलाड़ी के भी सात अंक थे ,लेकिन बेहतर टाइब्रेकर के आधार पर प्रज्ञानानंदा को तीसरा स्थान मिला। साधवानी टूर्नामेंट में चौथे स्थान पर रहे।