शतरंज
भारत के 16 वर्षीय युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने रचा इतिहास, चेसेबल मास्टर्स टूर्नामेंट के फाइनल में बनाई जगह
प्रज्ञानानंदा ने टाइब्रेकर में डच धुरंधर को मात दी
इन दिनों भारत के 16 वर्षीय युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा गजब के फॉर्म में चल रहे हैं। आर प्रज्ञानानंदा ने मंगलवार की रात को इतिहास रचते हुए मेल्टवाटर चैम्पियंस शतरंज टूर चेसेबल मास्टर्स टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली। उन्होंने सेमीफाइनल में नीदरलैंड के ग्रैंडमास्टर अनीश गिरी को 3.5-2.5 से शिकस्त दी। वें फाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय ग्रांडमास्टर बने।
सेमीफाइनल में भारतीय खिलाड़ी और नीदरलैंड के खिलाड़ी के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। जहां सेमीफाइनल में प्रज्ञानानंदा पहला गेम हार गए, लेकिन दूसरे में उन्होंने जोरदार वापसी की। उन्होंने तीसरा गेम जीत कर स्कोर 2-1 कर दिया, हालांकि गिरी ने अपना पूरा अनुभव लगाकर चौथा गेम जीता और मुकाबले को टाइब्रेकर में ले गए। जिसके बाद प्रज्ञानानंदा ने टाइब्रेकर में डच धुरंधर को मात दी।
गिरी की यह टूर्नामेंट में पहली हार थी। प्रज्ञानानंदा ने मैच के बाद कहा कि मुझे सुबह 8. 45 पर स्कूल जाना है और अभी रात के 2 बज रहे हैं। उन्होंने अपने वादे को पूरा किया और सुबह उठकर वें 2 किमी दूर स्कूल गए।
अब 16 साल के भारतीय स्टार का सामना अब चीन के डिंग लिरेन से होगा, जो दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हैं। भारतीय स्टार ने इस टूर्नामेंट में कई दिग्गजों को शिकस्त दी है। उन्होंने प्रारंभिक दौर में कार्लसन को हराया था।इससे पहले प्रज्ञानानंदा ने हमवतन ग्रैंडमास्टर विदित गुजराती को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। 13वें दौर में उन्होंने दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर अमेरिका के अभिमन्यु मिश्रा को 41 चाल में हराया, जबकि 14वें दौर में अमेरिका के ही सैम शेंकलैंड को ड्रॉ पर रोका था।