शतरंज
प्रनेश भारत के 79वें शतरंज ग्रैंडमास्टर बने
सोलह वर्ष के प्रनेश ने 2500 रेटिंग का आंकड़ा पार करके ग्रैंडमास्टर बनने के तीनों नॉर्म पूरे कर लिये
एम प्रनेश फिडे सर्किट का पहला टूर्नामेंट रिल्टन कप खिताब जीतकर भारत के 79वें ग्रैंडमास्टर बन गए।
सोलह वर्ष के प्रनेश ने 2500 रेटिंग का आंकड़ा पार करके ग्रैंडमास्टर बनने के तीनों नॉर्म पूरे कर लिये। ग्रैंडमास्टर बनने के लिये खिलाड़ी को तीन जीएम नॉर्म हासिल करने होते हैं और 2500 ईएलओ अंक का आंकड़ा भी पार करना होता है।
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ ने प्रनेश को बधाई देते हुए ट्वीट किया, ''प्रनेश एम को फिडे सर्किट का पहला टूर्नामेंट रिल्टन कप जीतने पर बधाई । वह भारत के 79वें ग्रैंडमास्टर बन गए।''
प्रनेश ने प्रनेश भारत के 79वें शतरंज ग्रैंडमास्टर बने आठ गेम जीते और इंटरनेशनल मास्टर कान कुकुसारी ( स्वीडन) और ग्रैंडमास्टर निकिता मेशकोव्स ( लाटविया) से आगे रहे। इस टूर्नामेंट में 29 राष्ट्रीय महासंघों के 136 खिलाड़ियों ने भाग लिया। भारत के आर राजा रित्विक छह अंक लेकर आठवें स्थान पर रहे।
उन्हें प्रसिद्ध कोच आरबी रमेश द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है, जिन्होंने कहा, "प्रणेश एक बहुत ही व्यावहारिक खिलाड़ी हैं। कड़ी मेहनत, कच्ची प्रतिभा … उसकी ओपनिंग उतनी अच्छी नहीं है लेकिन उसका मिडल-गेम और एंड-गेम स्किल काफी अच्छा है।"