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शतरंज

शतरंज ओलंपियाड की मिशाल को पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी, 28 जुलाई से शुरू होगा ओलंपियाड

पहली बार शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले का आयोजन किया जा रहा है

Chess Olympiad Torch Relay
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 शतरंज ओलपिंयाड टूर्नामेंट की मशाल रिले 

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Amit Rajput

Updated: 20 Jun 2022 10:01 AM GMT

28 जुलाई से शुरू होने वाले शतरंज ओलंपियाड की रविवार को टूर्नामेंट की पहली मशाल रिले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी को फिडे अध्यक्ष अरकाडी वोर्कोविच ने मिशाल ने सौंपी, जिन्होंने इसे महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को दिया।। ऐसा पहली बार मौका है, जब शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले का आयोजन किया जा रहा है। यह मशाल रिले 40 दिन में 75 शहरों से गुजरकर चेन्नई के समीप महाबलीपुरम पहुंचेगी। प्रत्येक शहर में उस राज्य के शतरंज ग्रैंडमास्टर को मशाल सौंपी जाएगी।

समारोह की शुरुआत भारत के पारंपरिक नृत्य के साथ हुई, जो शतरंज के 64 वर्ग की झलक पेश कर रहे थे। कार्यक्रम में इस प्राचीन खेल के इतिहास, इसकी उत्पत्ति और विकास को दिखाया गया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा 'शतरंज ओलिंपियाड की पहली मशाल रिले भारत से शुरू हो रही है, साथ ही यह पहली बार है, जब भारत इस बड़ी प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है।' उन्होंने कहा, 'हमें गर्व यह कि यह खेल अपने जन्मस्थल से आगे बढ़ा और पूरी दुनिया में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। हमें यह देखकर खुशी है कि शतरंज अपने जन्मस्थल पर लौटा है और इसकी सफलता का जश्न शतरंज ओलिंपियाड के रूप में मना रहे हैं।' मोदी ने कहा, 'फिडे ने फैसला किया है कि मशाल रिले भारत से शुरू होगी। यह सिर्फ भारत का ही नहीं बल्कि शतरंज का भी सम्मान है।'

उन्होंने शतरंज का शैक्षणिक महत्व भी बताया और कहा 'भारत में फिट रहने के लिए कुश्ती, कबड्डी, मलखंभ खेले जाते थे और विश्लेषण कौशल के लिए हमारे पूर्वजों ने शतरंज का इजाद किया। शतरंज पूरी दुनिया में पहुंचा और लोकप्रिय हुआ। आज शतरंज शैक्षिक उपकरण बन गया है और शतरंज के खिलाड़ी समस्याओं का हाल निकाल रहे हैं।' प्रधानमंत्री ने कहा कि शतरंज का खेल व्यक्तिगत दूरदर्शिता प्रदान करता है जो किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, 'शतरंत के खेल का एक और शानदार पहलू दूरदर्शिता है। शतरंज हमें बताता है कि असली सफलता दूरदर्शिता से मिलती है, लघुकालीन लक्ष्यों से नहीं।'

वही कार्यक्रम में मौजूद फिडे के अध्यक्ष ने कहा कि वह इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए भारत सरकार के आभारी हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे भारत में मशाल रिले की परंपरा शुरू करने की खुशी है। ओलिंपिक मशाल ओलिंपिक अभियान और मित्रता का परिचायक है, मशाल रिले के साथ भी ऐसा ही है। भविष्य में हम मशाल रिले का आयोजन पूरी दुनिया में करने की योजना बना रहे हैं लेकिन इसकी शुरुआत हमेशा भारत से होगी।' वोर्कोविच ने आगे कहा, 'फिडे इस पहल के लिए भारत सरकार का आभारी है, जो इस खेल को लोकप्रिय बनाएगा। उम्मीद करते हैं कि शतरंज भारत और दुनिया भर के स्कूलों में शैक्षिक कार्यक्रम का हिस्सा बनेगा।' उन्होंने कहा, 'आज भारत दुनिया में सबसे तेजी से प्रगति करता हुआ शतरंज खेलने वाला देश है। भारत में ओलंपियाड का आयोजन सपना था।'

वही आपको बता दें कि शतरंज ओलंपियाड का आयोजन महाबलीपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त तक किया जाएगा। शतरंज ओलंपियाड के लगभग 100 साल के इतिहास में पहली बार भारत इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। आगामी ओलिंपियाड के लिए 188 देशों ने पंजीकरण कराया है।

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