शतरंज
ओस्लो ई स्पोर्ट्स कप में 16 वर्षीय युवा ग्रैंड मास्टर हारे, चौथे स्थान पर टूर्नामेंट को किया समाप्त
प्रज्ञानानंद टूर्नामेंट के पांचवें दौर तक अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन वे पांचवें दौर के बाद पिछड़ गए
पिछले कई दिनों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे भारत के युवा ग्रैंड मास्टर आर प्रज्ञानानंद को आगामी टूर्नामेंट में निराशा हाथ लगी। 16 वर्षीय ग्रैंड मास्टर को ओस्लो ई स्पोर्ट्स कप ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट के आखिरी दौर में नीदरलैंड के अनीश गिरि से हारकर टूर्नामेंट में चौथे स्थान से संतुष्ट करना पड़ा। प्रगनाननंदा को अंतिम दौर में 0.5-2.5 से पराजय झेलनी पड़ी।
प्रज्ञानानंद टूर्नामेंट के पांचवें दौर तक अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन वे पांचवें दौर के बाद पिछड़ गए। छठे दौर में उन्हें पोलैंड के जॉन क्रिस्टोफ डुडा ने हराया। इसके बाद उन्हें सातवे दौर में नीदरलैंड के अनीश गिरि से 0.5-2.5 से पराजय झेलनी पड़ी। वही टूर्नामेंट के अंत में प्रगनाननंदा 12 अंक लेकर चौथे स्थान पर रहे।
यह टूर्नामेंट जॉन क्रिस्टोफ डुडा ने जीता , उनके टूर्नामेंट में कुल 14 अंक थे। वही वियतनाम के लियेम कुआंग लि के 13 और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन के भी 12 अंक थे। कार्लसन को आखिरी दौर में अजरबैजान के शखरियार मामेदियारोव ने मात दी। प्रज्ञानानंद ने नीदरलैंड के जोर्डन वान फोरीस्ट, मामेदियारोव, लियेम और कनाडा के एरिक हांसेन जैसे दिग्गजों को हराया। वह कार्लसन से 0-3 से हार गए थे।