शतरंज
दिव्या देशमुख बनी राष्ट्रीय शतरंज चैम्पियन, लगातार दूसरा खिताब
पिछले वर्ष भी दिव्या नें कानपुर में यह प्रतिष्ठित खिताब जीता था
कोल्हापुर में चल रही भारत की 48वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला शतरंज चैंपियनशिप का खिताब दिव्या देशमुख नें हासिल कर लिया इसके साथ ही दिव्या भारतीय शतरंज इतिहास की ग्यारहवीं महिला खिलाड़ी बन गयी है जिन्होने लगातार दो बार राष्ट्रीय सीनियर का खिताब जीता है। पिछले वर्ष भी दिव्या नें कानपुर में यह प्रतिष्ठित खिताब जीता था।
पिछले साल सबसे कम उम्र की राष्ट्रीय महिला शतरंज चैंपियन बनने के दस महीने बाद, दिव्या देशमुख ने अब खिताब बरकरार रखने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रीय चैंपियन होने का गौरव हासिल किया है।
17 साल की होने के बाद एक महीने से भी कम समय में, नागपुर की रहने वाली दिव्या 2016 की एशियाई चैंपियन भक्ति कुलकर्णी को हराकर11 राउंड में 9.5 अंकों की जीत के साथ एक चैंपियन के रूप में उभरी। चार बार की राष्ट्रीय चैम्पियन पीएसपीबी की मैरी गोम्स नें अंतिम राउंड में महाराष्ट्र की रुचा पुजारी को पराजित किया और 9 अंक बनाकर दूसरे स्थान पर रही। दिल्ली की वंतिका अग्रवाल नें पीएसपीबी की निशा मोहता को मात देते हुए 8.5 अंक बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया।
8 अंको पर टाईब्रेक के आधार पर महाराष्ट्र की साक्षी चित्लांगे चौंथे तो कर्नाटका की ईशा शर्मा पांचवें स्थान पर रही। 7.5 अंको पर 5 खिलाड़ी रही इनमें टाईब्रेक के आधार पर गोवा की भक्ति कुलकर्णी ,पीएसपीबी की सौम्या स्वामीनाथन ,तामिल नाडु की श्रीजा शेषाद्री ,पश्चिम बंगाल की अर्पिता मुखर्जी और तामिलनाडु की वर्षिणी वी क्रमशः छठे से दसवें स्थान पर रही ।
ट्राफी के अलावा दिव्या को छह लाख रुपये, मैरी को पांच लाख रुपये और वंतिका को चार लाख रुपये मिले।
शीर्ष -10 स्टैंडिंग (अंक और पुरस्कार राशि)
1. दिव्या (9.5 अंक, 6 लाख रुपये), 2. मैरी (9, 5 लाख रुपये), 3. वंतिका अग्रवाल (8.5, 4 लाख रुपये), 4. साक्षी (8, 3 लाख रुपये), 5. ईशा (8, 2.50 लाख रुपये), 6. भक्ति (7.5, 2.50 लाख रुपये) , 7-8. सौम्या, श्रीजा (7.5 प्रत्येक, 2 लाख रुपये प्रत्येक), 9-10 अर्पिता और वर्षिणी (7.5 प्रत्येक, 1.50 लाख रुपये प्रत्येक)