शतरंज
16 वर्षीय ग्रांडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने जीता नार्वे ग्रुप ए ओपन शतरंज टूर्नामेंट, पूरे टूर्नामेंट में रहे अजेय
चेन्नई के रहने वाले प्रज्ञानानंद ने 2018 में प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर का तमगा हासिल किया था
नॉर्वे में चल रहे टूर्नामेंट में भारतीय दिग्गज शतरंज खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। टूर्नामेंट में युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद नार्वे शतरंज ग्रुप ए ओपन शतरंज टूर्नामेंट के नौ दौर के मुकाबले में 7.5 अंकों के साथ विजेता बने। शीर्ष वरीयता प्राप्त 16 वर्षीय ग्रांड मास्टर शानदार लय को जारी रखते हुए पूरे टूर्नामेंट के दौरान अजेय रहे।
उन्होंने शुक्रवार की देर रात साथी भारतीय अंतरराष्ट्रीय मास्टर वी प्रणीत पर जीत के साथ टूर्नामेंट का समापन किया। प्रणीत के अलावा प्रज्ञानानंद ने विक्टर मिखलेव्स्की (आठवां दौर), विटाली कुनिन (छठा दौर), मुखमदजोखिद सुयारोव (चौथा दौर), सेमेन मुतुसोव (दूसरा दौर) और माथियास उननेलैंड (पहला दौर) को शिकस्त दी। उन्होंने अपने अन्य तीन मुकाबले ड्रॉ खेले। इसी के साथ वे पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहे।
चेन्नई के रहने वाले प्रज्ञानानंद ने 2018 में प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर का तमगा हासिल किया था। प्रज्ञानानंद यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के और उस समय दुनिया में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे। प्रज्ञानानंद सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर की सर्वकालिक सूची में पांचवें स्थान पर हैं। भारत के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आंनद ने इस खिलाड़ी का मार्गदर्शन किया है।