मुक्केबाजी
Women's World Boxing Championships: स्वर्ण जीतने पर होंगी निकहत, नीतू, लवलीना और स्वीटी की निगाहें
निकहत का फाइनल में सामना दो बार की एशियाई चैम्पियन वियतनाम की एनगुएन थि ताम से होगा।
महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत की शीर्ष चार महिला मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली हैं। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता निकहत जरीन, नीतू घनघस, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहन और स्वीटी बूरा ने अपने दमदार मुक्कों से विरोधी देश के खिलाड़ियों को धूल चटाते हुए फाइनल में जगह बनाई हैं। इनकी जीत के साथ ही चैंपियनशिप में भारत के लिए कम से कम चार रजत पक्के हो गए हैं। हालाकि इस जोश के साथ चारों ने अब तक प्रदर्शन किया हैं, सभी स्वर्ण जीतने की पूरी कोशिश करेंगी।
इन चारों भारतीय मुक्केबाजों के पास भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका हैं। इससे पहले 2006 में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा था जब मैरीकॉम, सरिता देवी, जेनी आर एल और लेखा केसी ने स्वर्ण पदक जीते थे। इस चरण में भारत ने चार स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य से कुल आठ पदक जीते थे।
दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम के बाद निकहत ऐसी भारतीय मुक्केबाज है जिनके पास एक से ज्यादा बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने का मौका हैं।
50 किग्रा वर्ग में खेल रही निकहत ने अब तक कड़ी चुनौतियों का सामना किया हैं। जिसके बाद अब फाइनल में उनका सामना दो बार की एशियाई चैम्पियन वियतनाम की एनगुएन थि ताम से होगा।
निकहत के अलावा लवलीना से भी स्वर्ण जीतने के की उम्मीद हैं। यह पहली बार है जब उन्होंने चैम्पियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया हैं। इससे पहले असम की मुक्केबाज ने 2018 और 2019 चरण में कांस्य पदक जीते थे। फाइनल में लवलीना 75 किग्रा वर्ग में आस्ट्रेलिया की कैटलिन पार्कर से भिड़ेंगी।
इन दोनों के अलावा युवा मुक्केबाज नीतू पर भी नजरें टिकी होंगी। जिनका फाइनल में मुकाबला मंगोलिया की एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता लुतसाईखान अल्तांतसेतसेग से होगा।
वहीं अनुभवी खिलाड़ी स्वीटी बूरा 2018 चैम्पियन और 2019 की कांस्य पदक विजेता चीन की वांग लिना से फाइनल खेलकर अपने स्वर्ण जीतने के सपने को पूरा करने की कोशिश करेंगी।