मुक्केबाजी
निकहत, मनीषा, परवीन ने सेमीफाइनल में पहुंचकर महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पदक पक्का किया
इस इवेंट के सेमीफाइनल मुकाबले बुधवार को होंगे जबकि फाइनल गुरुवार और शुक्रवार को खेले जाएंगे
भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन, परवीन और मनीषा ने सोमवार को इस्तांबुल में अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में शानदार जीत दर्ज करने के बाद आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 12वें संस्करण के सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लिया है।
सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ अपने पहले विश्व चैंपियनशिप पदक की पुष्टि करने के लिए निकहत ने इंग्लैंड की चार्ली-सियान टेलर डेविसन के खिलाफ 5-0 से शानदार जीत हासिल की जबकि मनीषा ने 57 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में मंगोलिया की नामुन मोनखोर को 4-1 के अंतर से हराया।
तेलंगाना की 25 वर्षीय मुक्केबाज निकहत ने एक बार फिर अपना तकनीकी वर्चस्व दिखाते हुए इस साल के टूर्नामेंट में 52 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रभावशाली जीत के साथ देश को पहला पदक दिलाया। निकहत के आक्रामक इरादे और साफ-सुथरे हमले ने डेविसन के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा। पूरे मुकाबले के दौरान भारतीय खिलाड़ी नियंत्रण में दिखीं।
सेमीफाइनल में निखत का सामना ब्राजील की कैरोलिन डी अल्मेडा से होगा। डी अल्मेडा ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक आयरलैंड के कार्ली मैकनौल को एकतरफा अंदाज में हराया। इसी तरह मनीषा का सामना इटली की इरमा टेस्टा से होगा, जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान की सितोरा तुर्दीबेकोवा को 4-1 से हराया।
दूसरी ओर, एक अन्य भारतीय मुक्केबाज नीतू विश्व चैंपियनशिप में अपनी पहली उपस्थिति में पदक हासिल करने से कुछ ही दूर रह गईं। नीतू ने कजाकिस्तान की मौजूदा एशियाई चैंपियन अलुआ बाल्किबेकोवा के खिलाफ अपनी क्षमता तक जाकर पूरी कोशिश की, लेकिन 48 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में वह 2-3 से हार गईं। .
नीतू और अलुआ का मुकाबला काफी शारीरिक था। दोनों मुक्केबाजों ने आक्रामक रूप से एक-दूसरे का सामना किया और मुक्कों की झड़ी लगा दी लेकिन बाल्किबेकोवा की क्लीन स्ट्राइक ने उन्हें आगे कर दिया।
परवीन हुडा ने प्रतियोगिता के 63 किग्रा भारवर्ग में खेला। इस दौरान उन्होंने ताजिकिस्तान की शोइरा जुल्कानारोवा को 5-0 के कड़े मुकाबले से शिकस्त दी है।
देर रात बाद में, देश के चार और मुक्केबाज, जिनमें नवोदित अनामिका (50 किग्रा), जैस्मीन (60 किग्रा), पूजा रानी (81 किग्रा) और नंदिनी (+81 किग्रा) शामिल है इस प्रतिष्ठित वैश्किव टूर्नामेंट में पदक हासिल करने से चूक गयी और क्वार्टरफईनल में हारकर बाहर हो गयी। इस इवेंट में 73 देशों के 310 मुक्केबाज हिस्सा ले रही हैं। इस इवेंट के सेमीफाइनल मुकाबले बुधवार को होंगे जबकि फाइनल गुरुवार और शुक्रवार को खेले जाएंगे।
आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का पिछला संस्करण 2019 में रूस में आयोजित किया गया था। उस समय भारतीय मुक्केबाजों ने एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते थे।
भारतीय खिलाड़ियों ने इस प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन के 11 संस्करणों में अब तक नौ स्वर्ण, आठ रजत और 19 कांस्य सहित 36 पदक हासिल किए हैं। रूस (60) और चीन (50) के बाद के नाम सबसे अधिक पदक हैं।