मुक्केबाजी
लाख मुश्किलों को पार कर निकहत ने साबित की अपनी काबिलियत, बनी दूसरी बार विश्व चैंपियन
निकहत दो बार विश्व चैंपियन बनने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गईं।
महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत की स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन ने दूसरी बार विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीतकर बता दिया कि वह सही मायने में दिग्गज मुक्केबाज मैरी कॉम की उत्तराधिकारी के रूप में आगे बढ़ रहीं हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता निकहत ने फाइनल मुकाबले में वियतनाम की एनगुएन थि ताम को 5-0 से हराकर स्वर्ण अपने नाम कर लिया। और दो बार विश्व चैंपियन बनने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गईं।
रिश्तेदारों के ताने, सामाजिक दबाव और लाख मुश्किलों के बावजूद निकहत ने सबको अपनी काबिलियत साबित कर दी हैं।
26 साल की निकहत के पिता उन्हें धावक बनाना चाहते थे लेकिन निकहत को कुछ और ही मंजूर था। उन्होंने मुक्केबाजी को चुना ताकि लोग ये जान सके कि लड़कियां भी इस खेल में कमाल कर सकती हैं।
निकहत को उनके परिवार का पूरा साथ मिला। हालाकि तेलंगाना के निजामाबाद में एक मुस्लिम परिवार से आने के कारण उनके माता पिता को लकड़ी को टी शर्ट और शॉर्ट पहनाने पर कई ताने भी सुनने को मिले। इन सबके बावजूद निकहत के परिवार ने उनपर भरोसा रखा और उनके इस सफर में उनका पूरा साथ दिया।
बता दें जूनियर विश्व चैम्पियनशिप का खिताब जीतने के बाद निकहत का कंधा बाउट के दौरान उतर गया जिससे उन्हें करीब एक साल तक रिंग से दूर रहना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और शानदार तरीके से वापसी करी।
निकहत ने 2019 में स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में स्वर्ण पदक और थाईलैंड ओपन में रजत पदक जीता। 2021 के बाद से वह तूफ़ानी फॉर्म में चल रहीं हैं। उन्होंने दो राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीते, 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल, 2022 विश्व चैम्पियनशिप, सारे चयन ट्रायल और राष्ट्रमंडल खेल में भी जीत हासिल की। इतना ही नहीं पिछले साल इस्तांबुल में उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप में भारत की झोली में चार साल बाद स्वर्ण पदक डाला।
दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने पर निकहत ने कहा, ‘‘मैं दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनकर खुश हूं वो भी ओलंपिक वजन वर्ग और घरेलू दर्शकों के सामने। यह पदक सभी समर्थकों के लिए है।"