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मुक्केबाजी

निकहत, लवलीना ने एशियाई खेलों के लिये क्वालीफाई किया

बर्नार्ड डुने ने पत्रकारों से कहा, ‘‘जो विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतते हैं, वे एशियाई खेलों के लिये स्वत: ही चुन लिए जायेंगे’’

Nikhat Zareen Lovlina Borgohain Boxing
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निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन

By

Bikash Chand Katoch

Published: 25 March 2023 5:07 PM GMT

भारत के हाई परफोरमेंस निदेशक बर्नार्ड डुने ने शनिवार को पुष्टि की कि स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने एशियाई खेलों के लिये क्वालीफाई कर लिया है जो 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिये पहला क्वालीफायर भी है।

एशियाई खेलों के लिये महिला मुक्केबाज पांच वजन वर्गों 51 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा में खेलेंगी जबकि ओलंपिक में छह वजन वर्ग हैं जो 50 किग्रा, 54 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 66 किग्रा और 75 किग्रा हैं।

बर्नार्ड डुने ने साफ कर दिया है कि एशियाई खेलों और पेरिस ओलंपिक के लिए चयन ट्रॉयल के आधार पर टीम का चयन नहीं होगा। चयन के लिए मुक्केबाजों के मूल्यांकन को ही अपनाया जाएगा।

एशियाई खेलों के चयन के लिए भारतीय मुक्केबाजी महासंघ की नीति के अनुसार, ‘‘जिन खिलाड़ियों ने विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण/रजत पदक जीत लिया है, वे एशियाई खेलों में पहले ओलंपिक क्वालीफायर के लिए स्वत: ही चुन लिए जायेंगे।’’ इसका मतलब है कि निकहत (50 किग्रा) और लवलीना (75 किग्रा) ने महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिये क्वालीफाई कर लिया है जो क्रमश: लाइट फ्लाईवेट और मिडिलवेट फाइनल में पहुंच चुकी हैं।

बर्नार्ड डुने ने पत्रकारों से कहा, ‘‘जो विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतते हैं, वे एशियाई खेलों के लिये स्वत: ही चुन लिए जायेंगे।’’

इसका मतलब है कि न्यूनतम वजन वर्ग (48 किग्रा) की विश्व चैम्पियन नीतू घनघस और फाइनल में पहुंची स्वीटी बूरा (81 किग्रा) स्टैंडबाई मुक्केबाज होंगी, अगर वे ओलंपिक वजन वर्ग में बदलने का फैसला करती हैं।

डुने ने कहा, ‘‘कोई भी जो वजन वर्ग में बदलाव करेगा, उसे दूसरे या तीसरे स्थान पर रहना होगा। लेकिन अगर क्वालीफाई करने वाले मुक्केबाज को कुछ हो जाये तो हम चाहेंगे कि हमारी दूसरी या तीसरी नंबर की मुक्केबाज तैयार रहें।’’

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