मुक्केबाजी
Men's World Boxing Championships: निशांत ने शानदार जीत के साथ प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया
छह बार के एशियाई पदक विजेता शिव थापा सहित चार भारतीय मुक्केबाज गुरुवार को एक्शन में दिखेंगे
युवा भारतीय मुक्केबाज निशांत देव ने बुधवार को पावर-पैक्ड प्रदर्शन के बाद एक शानदार जीत दर्ज करते हुए उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में जारी आईबीए मेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
71 किग्रा भार वर्ग में 2021 में आयोजित विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अजरबैजान के सरखान अलीयेव के सामने खड़े निशांत को शुरू में कड़ी चुनौती दिखाई दी लेकिन इस उत्साही मुक्केबाज ने अपनी ताकत और सर्वोच्च तकनीक का विश्व स्तरीय प्रदर्शन करते हुए 5-0 की जीत हासिल करने में सफलता हासिल की। करनाल के इस 22 वर्षीय मुक्केबाज ने दूर से हमला करने और एक के बाद एक ताबड़तोड़ पंच जड़ते रहने की अपनी रणनीति का उपयोग करते हुए फ्रंट फुट पर बाउट शुरू की।
अपने विरोधी के अटैक्स को अच्छी तरह से जज करने और सख्ती से अपना बचाव करते हुए निशांत ने अजरबैजान के इस खिलाड़ी को अपने हमलों को अंजाम देने का कोई मौका नहीं दिया। बाउट के दौरान निशांत अलीयेव के लिए बहुत तेज साबित हुए और बिल्कुल साफ-सुथरे अंदाज में जीत हासिल की।
निशांत अब अगले दौर में दक्षिण कोरिया के ली संगमिन से भिड़ेंगे। निशांत विश्व चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में भी क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे लेकिन इस बाद वह निश्चित तौर पर अपने लिए सबसे बड़ा पदक सुरक्षित करना चाहेंगे।
गुरुवार को चार भारतीय मुक्केबाज अपने-अपने पहले मुकाबलों के लिए रिंग में उतरेंगे। 2022 थाईलैंड ओपन चैंपियन गोविंद साहनी (48 किग्रा) अपने पहले मैच में ताजिकिस्तान के मेहरोन शफीव से भिड़ेंगे जबकि 2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) इक्वाडोर के लुइस डेलगाडो से भिड़ेंगे।
पहल दौर में बाई हासिल करने वाले रिकॉर्ड छह बार के एशियाई पदक विजेता शिव थापा (63.5 किग्रा) अपने अभियान की शुरुआत अंतिम-16 दौर से करेंगे। उनका 2015 के दोहा संस्करण में कांस्य पदक जीतने के बाद अब अपनी झोली में एक और विश्व चैंपियनशिप पदक जोड़ना है।
इसी तरह 2022 में आयोजित एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता नरेंद्र बेरवाल (+92 किग्रा) ताजिकिस्तान के मुहम्मद अब्रोरिदिनोव के खिलाफ रिंग में उतरेंगे। अब्रोरिदिनोव को पहले दौर में बाई मिला था।
इस वैश्विक टूर्नामेंट में 107 देशों 538 मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। इनमें कई ओलंपिक पदक विजेता शामिल हैं।