मुक्केबाजी
लवलीना की कोच को मिला खेल गांव में प्रवेश, खेल मंत्रालय ने बयान जारी कर दी जानकरी
मुक्केबाज़ लवलीना ने भारतीय बाक्सिंग फेडरेशन पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे
सोमवार को भारतीय मुक्केबाज़ लवलीना ने सोशल मीडिया पर एक नोट शेयर किया। जहां उन्होंने भारतीय बाक्सिंग फेडरेशन पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। साथ ही यह भी कहा था कि उनके कोच कोच संध्या गुरुंग को राष्ट्रमंडल खेलों के खेल गांव में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। जिसके बाद मामले को भारतीय खेल मंत्रालय ने तुरंत गंभीरता से लिया और मामले को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ को निर्देश जारी किए थे। जिसके बाद मंगलवार को लवलीना की कोच को खेल गांव में प्रवेश मिल गया।
इसको लेकर भारतीय मुक्केबाजी संघ ने बयान जारी कर कहा कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश में है कि संध्या गुरुंग बर्मिंघम में टीम का हिस्सा बन सके और इसके लिए वह भारतीय ओलम्पिक संघ के साथ काम कर रहा है। इन सबका नतीजा यह हुआ कि संध्या गुरुंग को उनका मान्यता पत्र मिल गया। इसके साथ ही उनके बर्मिंघम में खेल गांव में प्रवेश और कमरा भी मिल गया।
वही आपको बता दें कि भारतीय ओलंपिक पदक विजेता लवलीना ने सोमवार को ट्विटर पर एक पोस्ट साझा करके कहा था, 'आज मैं बड़े दुख के साथ कहती हूं कि मेरे साथ बहुत उत्पीड़न हो रहा है। हर बार मेरे कोच, जिन्होंने मुझे ओलंपिक में पदक लाने में मदद की, उन्हें हटाकर मेरी ट्रेनिंग में बाधा डाली जा रही है।' उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी कोच संध्या गुरुंग को खेल गांव में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही थी, जबकि उनके दूसरे कोच को वापस भारत भेज दिया गया था।
उन्होंने लिखा, 'अभी मेरी कोच संध्या गुरुंग जी राष्ट्रमंडल खेल गांव के बाहर खड़ी हैं और उन्हें प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है, और मेरी ट्रेनिंग खेलों के आठ दिन पहले रुक गई है। मेरे दूसरे कोच को भारत वापस भेज दिया गया है। मेरे बहुत विनती करने के बाद भी ऐसा हुआ है और इससे मेरा मानसिक उत्पीड़न हुआ है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं खेलों पर कैसे ध्यान केंद्रित करूं।'