मुक्केबाजी
एशियाई चैम्पियनशिप स्वर्ण से फॉर्म हासिल करने में मदद मिलेगी: लवलीना बोरगोहेन
"मेरा पहला लक्ष्य अगले साल दिल्ली में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना है"
भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन के लिए एशियाई चैंपियनशिप में मिला स्वर्ण 'काफी महत्वपूर्ण' है। उन्होंने सोमवार को कहा कि नए भारवर्ग में अपने पहले टूर्नामेंट से उन्हें खोई फॉर्म हासिल करने में मदद मिलेगी। भारत ने एशियाई चैंपियनशिप में चार स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य पदक जीते। चारों स्वर्ण महिला मुक्केबाजों ने जीते।
लवलीना टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद से खराब फॉर्म से जूझ रही थी । उन्होंने पेरिस ओलंपिक को ध्यान में रखकर भारवर्ग 69 से 75 किलो कर लिया है। जॉर्डन के अम्माम में एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीत स्वदेश लौटने पर उन्होंने कहा, यह स्वर्ण काफी मायने रखता है। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा। यह नए भारवर्ग में मेरी पहली चैंपियनशिप थी और मैंने स्वर्ण जीता। मैं फॉर्म हासिल कर रही हूं और सही समय पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश में हूं।
लवलीना ने कहा, ''मैने पिछले साल ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। मैं हर चैम्पियनशिप में अच्छे प्रदर्शन की कोशिश में हूं। मेरा पहला लक्ष्य अगले साल दिल्ली में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना है। इसके बाद पेरिस ओलंपिक में पदक जीतना भी लक्ष्य है।''