मुक्केबाजी
विश्व चैंपियनशिप के लिए महिला मुक्केबाजों के चयन विवाद पर उच्च न्यायालय ने हस्क्षेप करने से किया इनकार
विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन 15 से 31 मार्च के बीच दिल्ली में होना हैं।
विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिए तीन महिला मुक्केबाजों के चयनित नहीं होने वाले विवाद में उच्च न्यायालय ने हस्तक्षेप करने से साफ इनकार कर दिया हैं।
विश्व चैंपियनशिप में चयनित नही होने पर तीनों मुक्केबाजों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों के पदकों की संख्या और मूल्यांकन प्रमाणपत्रों को देखने बाद इस खेल प्रतियोगिता के लिए चुने गए मुक्केबाजों की सूची में हस्तक्षेप करने का कोई मामला नहीं बनता है। न्यायमूर्ति ने बताया कि याचिकाकर्ता चैंपियनशिप के लिए रिजर्व खिलाड़ियों की सूची में बने रहेंगे।
न्यायाधीश ने कहा, "अदालत ने नोटिस किया कि इस रिट याचिका में हस्तक्षेप का दायरा सीमित है। अदालत ने मूल्यांकन प्रमाणपत्रों और पदक तालिका का भी अवलोकन किया। यह अनुच्छेद 226 के तहत हस्तक्षेप का मामला नहीं है। जिस टीम का चयन किया गया है उसे भारत का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति है।’’
बता दें विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन 15 से 31 मार्च के बीच दिल्ली में होना हैं।